मेरी नैया डगमग डोले श्री राम भजन लिरिक्स

मेरी नैया डगमग डोले भजन एक ऐसी भावनात्मक रचना है, जो भक्त के जीवन के संघर्ष और भगवान श्रीराम के प्रति उसकी अटूट श्रद्धा को दर्शाता है। इस भजन में, भक्त अपनी मुश्किलों और चुनौतियों के बीच भगवान से सहायता की प्रार्थना करता है। नैया का डगमगाना, जीवन की कठिनाइयों को प्रतीकात्मक रूप से दर्शाता है, और इस भजन के माध्यम से यह संदेश दिया जाता है कि श्रीराम के आशीर्वाद से ही व्यक्ति अपनी समस्याओं से उबर सकता है।

Meri Naiya Dagmg Dole – Siri Ram Bhajan Lyrics

मेरी नैया डगमग डोले,
तुम बिन मेरा कौन सहाई,
रघुकुल नंदन श्री रघुराई,
हम नादां हम भोले,
मेरी नैया डगमग डोले।1।

जीवन की ये लहर लहरियां,
मुझको रही उलझाये,
माया में मन उलझा उलझा,
एक ही आखर बोले,
मेरी नैया डगमग डोले।2।

तुमसे मैने ये तन पाया,
और सांसो की डोरी,
तेरी अमानत है ये सांसे,
कतरा कतरा बोले,
मेरी नैया डगमग डोले।3।

मोह माया में फसकर के मैं,
तुझ तक पहुच न पाऊँ,
‘राजेन्द्र’ के भव बंधन तुम बिन,
कौन भला अब खोले,
मेरी नैया डगमग डोले।4।

मेरी नैया डगमग डोले,
तुम बिन मेरा कौन सहाई,
रघुकुल नंदन श्री रघुराई,
हम नादां हम भोले,
मेरी नैया डगमग डोले।5।

मेरी नैया डगमग डोले भजन भगवान श्रीराम के प्रति अडिग विश्वास और उनकी कृपा को समझाता है, जैसे कि हम राम शरण में आजा तू भी और तुम उठो सिया सिंगार करो भजन में देखते हैं। इन भजनों में यह संदेश मिलता है कि जब जीवन में कठिनाइयाँ आ रही होती हैं, तब श्रीराम की शरण में जाने से सारी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। भगवान श्रीराम का साथ हमें हर परेशानी से पार करने की शक्ति देता है। उनका आशीर्वाद ही हमारे जीवन की नैया को सुरक्षित किनारे तक पहुँचाता है। जय श्रीराम!

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