जुड़ा जिनसे तार है वो नाकोड़ा सरकार है

भक्ति का सबसे सुंदर रूप तब प्रकट होता है जब हमारा मन, वचन और आत्मा परम आराध्य से जुड़ जाते हैं। जुड़ा जिनसे तार है, वो नाकोड़ा सरकार है भजन इसी भाव को प्रकट करता है। नाकोड़ा भैरव जी की कृपा जब भक्त पर बरसती है, तो उसके जीवन में किसी भी प्रकार का भय या संशय नहीं रहता। यह भजन हमें भक्ति, श्रद्धा और विश्वास की उस अटूट डोर से जोड़ता है, जो हमें नाकोड़ा भैरव जी के चरणों तक ले जाती है।

Juda Jinase Taar Hai Vo Nakoda Sarkar Hai

जुड़ा जिनसे तार है,
वो नाकोड़ा सरकार है,
मेरे सिर पर जिनका ये हाथ है,
दादा की कृपा है पाना,
तो नाकोड़ा जी चले आना।1।

श्री पार्श्व जिनराज है,
संग भेरू जी महाराज है,
पार्श्व भैरव भक्तो के नाथ है,
अगर इनके है दर्शन पाना,
तो नाकोड़ा जी चले आना।2।

तीर्थ बडा प्यारा है,
दुनिया से न्यारा है,
हमको मिली अनुपम सोगात है,
अगर पाना है भक्ति का खजाना,
तो नाकोड़ा जी चले आना।3।

दीपो का त्योहार है,
ज्योतिमय संसार है,
बसे दिल मे प्रभु पार्श्वनाथ है,
अगर प्रीत है इनसे बढ़ाना,
तो नाकोड़ा जी चले आना।4।

आता जो भी द्वार है,
मिलता उनको प्यार है,
नितिंन दिलबर का मिल ये साथ है,
अगर दादा की भक्ति है पाना,
तो नाकोड़ा जी चले आना।5।

जुड़ा जिनसे तार है,
वो नाकोड़ा सरकार है,
मेरे सिर पर जिनका ये हाथ है,
दादा की कृपा है पाना,
तो नाकोड़ा जी चले आना।6।

जैन जी के भजन हमें श्रद्धा और समर्पण का मार्ग दिखाते हैं। जुड़ा जिनसे तार है, वो नाकोड़ा सरकार है भजन भी हमें यह सिखाता है कि जब हमारा मन नाकोड़ा भैरव जी की शरण में समर्पित हो जाता है, तो वे हमें हर संकट से उबारते हैं। यदि यह भजन आपके हृदय में भक्ति भाव उत्पन्न करे, तो “भेरूजी म्हाने थारो है, थारो दादा एक आसरो थारो , भैरव करो मेहर की नजरिया , हर पूनम को दादा, मैं नाकोड़ा आऊँगा” और “नगरी नाकोड़ा री प्यारी, दर्शन आवे दुनिया सारी” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और नाकोड़ा भैरव जी की कृपा का अनुभव करें। 🙏

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