गुरु का नाम जब घर-घर गूंजता है, तो धर्म और भक्ति की धारा स्वतः ही प्रवाहित होने लगती है। मनोज्ञ सूरी गुरुराज का घर-घर नाम गूंजेगा भजन पूज्य गुरुदेव की महिमा का बखान करता है। उनके उपदेश, त्याग और तपस्या का प्रकाश हर हृदय को आलोकित करता है। जब हम उनके बताए हुए मार्ग पर चलते हैं, तो जीवन में संयम, शांति और सच्चे धर्म का संचार होता है। आइए, इस भजन के माध्यम से हम मनोज्ञ सूरी गुरुराज को श्रद्धा सुमन अर्पित करें।
Manogya Suri Gururaj Ka Ghar Ghar Naam Gunjenga
मनोज्ञ सूरी गुरुराज का,
घर घर नाम गूंजेगा,
भारत का बच्चा बच्चा,
जय जय गुरुदेव बोलेगा।1।
खरतर गच्छ आचार्य गुरुवर,
माँ देभी के नंदन,
माँ देभी के नंदन,
प्रताप सागर जी के राजदुलारे,
कोटि कोटि वंदन,
हा कोटि कोटि वंदन,
कांति सूरी जी के शिष्य का डंका,
कांति सूरी जी के शिष्य का डंका,
देश विदेश में बाजेगा,
भारत का बच्चा बच्चा,
जय जय गुरुदेव बोलेगा।2।
ब्रहमसर तीर्थ के साथ गुरु ने,
कई जिन मंदिर बनवाये,
कई जिन मंदिर बनवाये,
मरुधर के हर गाँव मे जाकर,
धर्म ध्वजा फहराये,
हाँ धर्म ध्वजा को फहराये,
संघ एकता का बिगुल बजाया,
संघ एकता का बिगुल बजाया,
इनको न कोई भुलेगा,
भारत का बच्चा बच्चा,
जय जय गुरुदेव बोलेगा।3।
सरल स्वाभावी शांत सुधारस,
प्रेम के ये भंडार है,
हाँ प्रेम के ये भंडार है,
वशीमालाणी रत्न शिरोमणि,
भक्तो के आधार है,
हाँ भक्तो के आधार है,
हर्ष दिलबर के दिल से,
हर्ष दिलबर के दिल से,
जयकारा गुरु का निकलेगा,
भारत का बच्चा बच्चा,
जय जय गुरुदेव बोलेगा।4।
मनोज्ञ सूरी गुरुराज का,
घर घर नाम गूंजेगा,
भारत का बच्चा बच्चा,
जय जय गुरुदेव बोलेगा।5।
जैन जी के भजन हमें गुरु भक्ति, धर्म और संयम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। मनोज्ञ सूरी गुरुराज का घर-घर नाम गूंजेगा भजन भी हमें यही सिखाता है कि जब हम गुरु के बताए मार्ग पर चलते हैं, तो धर्म का प्रकाश हर दिशा में फैलता है। यदि यह भजन आपके मन को भक्ति भाव से भर दे, तो “कांतिसुरी जी रा लाडला श्री जिन मनोज्ञ सूरी गुरुराज , सूरी राया रे म्हारा गुरु राया रे , करे वंदन हम आपको गुरुवर” और “संयम का ये पथ भैया आतम का ठिकाना है” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और गुरु भक्ति में लीन हों। 🙏

मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः