भगवान पार्श्वनाथ और नाकोड़ा भैरव जी की कृपा असीम और अनंत है, जो हर भक्त के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार करती है। तेरी कृपा का कोई छोर नहीं भजन भैरव देव की असीम अनुकंपा और भक्तों पर उनकी कृपादृष्टि का गुणगान करता है। जब हम संपूर्ण श्रद्धा और समर्पण के साथ उनकी भक्ति में लीन होते हैं, तो वे हमें हर कठिनाई से उबारकर अपने आशीर्वाद से कृतार्थ करते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से उनकी भक्ति में रम जाएं।
Teri Kripa Ka Koi Chhor Nhi Pashvar Bhairav Bhajan
झुमें है गगन धरती ये पवन,
झूमे मेरा मन दर पे तेरे,
पहाड़ो में बना मंदिर ये तेरा,
ओ पार्श्व भैरव दादा मेरे,
ओ मेवानगर के महाराजा,
कोई तुमसा जग में और नहीं,
तेरी कृपा का कोई छोर नही,
जब सर पे है मेरे हाथ तेरा,
तो क्यो जाँऊ में ओर कही,
तेरी कृपा का कोई छोर नही।1।
डाला है खुशियो ने डेरा,
आया है जीवन मे सवेरा,
कर दिए है रोशन मेरे रास्ते,
कोई गम न कोई फिकर है,
तेरी मुझपे जो ये नजर है,
सब कुछ लूटाऊँ तेरे वास्ते,
तू ही तो है संसार मेरा,
बस तू ही है आधार मेरा,
हर काम हुआ मेरा दादा,
पूरा हुआ तेरा वादा,
कैसे करूँ दादा तेरा शुक्रिया,
साया बनकर जो संग चले,
ऐसा साथी कोई और नही,
तेरी कृपा का कोईं छोर नही,
जब सर पे है मेरे हाथ तेरा,
तो क्यो जाँऊ मैं और कही,
तेरी कृपा का कोईं छोर नही।2।
तन में पारस मन में पारस,
देखु जिधर भी उधर है पारस,
भा गया वो वामा का लाला,
कलयुग के है जो अवतारी,
भेरूजी है समकित धारी,
भेरू देव डमरू वाला,
‘दिलबर’ करले ऐसी युक्ति,
मिल जाये मुझे इनकी भक्ति,
भक्ति करते करते पाऊँ मुक्ति,
सुख वैभव से भरदे झोली,
दातार ऐसा कोई ओर नही,
तेरी कृपा का कोईं छोर नही,
जब सर पे है मेरे हाथ तेरा,
तो क्यो जाँऊ मैं और कही,
तेरी कृपा का कोईं छोर नही।3।
झुमें है गगन धरती ये पवन,
झूमे मेरा मन दर पे तेरे,
पहाड़ो में बना मंदिर ये तेरा,
ओ पार्श्व भैरव दादा मेरे,
ओ मेवानगर के महाराजा,
कोई तुमसा जग में और नहीं,
तेरी कृपा का कोई छोर नही,
जब सर पे है मेरे हाथ तेरा,
तो क्यो जाँऊ में ओर कही,
तेरी कृपा का कोई छोर नही।4।
जैन जी के भजन हमें भक्ति और श्रद्धा की शक्ति का अनुभव कराते हैं। “तेरी कृपा का कोई छोर नहीं” भजन भी हमें यह अनुभूति कराता है कि जब हम भैरव देव की शरण में आते हैं, तो वे हमारी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति भाव जागृत करे, तो “नाकोड़ा भैरव जी की अपार कृपा , जय हो भैरव बाबा की , भक्तों के संकट हरने वाले भैरव” और “नाकोड़ा जी का चमत्कारी दरबार” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और भैरव देव की कृपा का अनुभव करें। 🙏

मैं धर्म पाल जैन, जैन धर्म का एक निष्ठावान अनुयायी और भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रचारक हूँ। मेरा लक्ष्य है कि लोग भगवान महावीर के संदेशों को अपनाकर अपने जीवन में शांति, संयम और करुणा का संचार करें और अपने जीवन को सदाचार और आध्यात्मिक शांति से समृद्ध कर सके। मैं अपने लेखों के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेश, भक्तामर स्तोत्र, जैन धर्म के सिद्धांत और धार्मिक अनुष्ठान को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर जैन अनुयायी इनका लाभ उठा सके।View Profile ॐ ह्रीं अर्हं नमः 🙏