समराथल पे हुकुम चले

समराथल पे हुकुम चले भजन भगवान के असीम सामर्थ्य और उनकी शक्ति को दर्शाता है। यह भजन हमें यह याद दिलाता है कि भगवान का आदेश पूरे ब्रह्मांड में सर्वोच्च होता है। जैसे समराथल यानी युद्ध भूमि पर राजा या शासक का आदेश चलता है, वैसे ही भगवान के आदेश का पालन पूरे सृष्टि में होता है। यह भजन हमें यह समझाने के लिए है कि भगवान के हुक्म से ही सब कुछ चलता है और उनके आदेश के बिना कोई भी कार्य संभव नहीं है।

Samrathal Pe Hukum Chale

समराथल पे हुकुम चले एक भागवा धारी का,
हर भक्त दीवाना है विष्णु अवतारी का,
मात है हंसा जिनकी, पिता है लोहट जिनके,
गांव पीपासर प्यारा , देता है सबको सहारा,
नाम जंभेश्वर रख डाला, उस ब्रह्मचारी का,
हर भक्त दीवाना है, विष्णु अवतारी का॥1॥

मुझसे कुछ भी ना कहते, वह चुपचाप रहते,
आंख से करे सारा, कहते हैं हाल सारा,
पार न पाया कोई भी, इस अजब पुजारी का,
हर भक्त दीवाना है, विष्णु अवतारी का॥2॥

तेज आंधी बारिश में, जिसका है दीपक चलता,
तेल की जगह पानी, जिसके दीपक मे डलता,
चारो तरफ डंका बजता, जिसकी कलाकारी का,
हर भक्त दीवाना है, विष्णु अवतारी का॥3॥

करने दुःख दूर जग के, जिन्होंने अवतार लिया है,
विश्नोई पंथ चला के, उन्होंने उपकार किया है,
सभी भक्त बस गुण गाए, उन उपकारी का,
हर भक्त दीवाना है, विष्णु अवतारी का॥4॥

समराथल पे हुकुम चले भजन यह स्पष्ट करता है कि भगवान की शक्ति से ही समस्त सृष्टि संचालित होती है। भगवान के आदेश का पालन करने से जीवन में शांति और सुख की प्राप्ति होती है। हमें हमेशा उनके आदेश के प्रति समर्पण और श्रद्धा रखनी चाहिए, क्योंकि उनके हुक्म से ही जीवन की सभी परेशानियों का समाधान होता है। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान विष्णु की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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