मेरे दिन बंधू भगवान रे गरुड़ पर चढ़कर आ जाना

भगवान विष्णु अपने भक्तों के संकट हरने वाले और दुखों को दूर करने वाले हैं। जब भी कोई भक्त सच्चे मन से पुकारता है, वे गरुड़ पर आरूढ़ होकर उसकी सहायता के लिए आ जाते हैं। यही भक्त और भगवान के अटूट प्रेम का प्रमाण है। मेरे दिन बंधू भगवान रे, गरुड़ पर चढ़कर आ जाना भजन हमें इस सत्य का अनुभव कराता है कि यदि हम अपने हृदय से प्रभु को पुकारेंगे, तो वे अवश्य हमारी रक्षा के लिए आएंगे। आइए, इस भजन के माध्यम से भगवान विष्णु की करुणा और कृपा का स्मरण करें।

Mere Din Bandhu Dhagwan Re Garud Par Chadkar Aa Jana

मेरे दिन बंधू भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना,
मेरे दिन बंधू भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना…….

मेरी साँस चले ना पावा,
ना जीभा चले ना गाना,
मेरा जिव चले भगवान तो तुम,
शिव जी बनकर आ जाना,
मेरे दिन बंधु भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना……

गुजरू जब में गुलजारी,
ये दुनिया रहे ना सारी,
गुजरू जब में गुरुदेव तो तुम,
सतगुरु बनकर आ जाना,
मेरे दिन बंधु भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना……

चलने की हो तैयारी,
तब घोड़ा मिले ना गाड़ी,
मेरी शैया छूटे घनश्याम तो तुम,
नैया लेकर आ जाना,
मेरे दिन बंधू भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना……

यमदूत बनाये बंदी,
और काया होगी गन्दी,
जब जाऊँ में शमशाम तो तुम,
नंदी लेकर आ जाना,
मेरे दिन बंधु भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना…….

जब आये मरण का मौका,
कही हो ना जाये धोका,
मेरे ज्ञान के दाता गुरुदेव रे तुम,
कोई नौका लेकर आ जाना,
मेरे दिन बंधु भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना……

श्रीहरि अपने भक्तों की पुकार को कभी अनसुना नहीं करते। “मेरे दिन बंधू भगवान रे, गरुड़ पर चढ़कर आ जाना” भजन हमें यह प्रेरणा देता है कि हमें अपने सभी दुखों और परेशानियों को हरि के चरणों में समर्पित कर देना चाहिए। उनकी भक्ति और कृपा को और अधिक गहराई से अनुभव करने के लिए आप “श्री हरि की महिमा अपार , गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो , नारायण, नारायण जय गोविंद हरे” और “संकट हरन श्री विष्णु जी” जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान विष्णु की असीम महिमा का आनंद लें। 🙏💛

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