कर ले प्रभु से प्यार | Kar Le Prabhu Se Pyaar

कर ले प्रभु से प्यार भजन भगवान श्री कृष्ण या श्री विष्णु के प्रति पूर्ण समर्पण और प्रेम का प्रतीक है। इस भजन में भक्त भगवान से यह प्रार्थना करता है कि वह अपने हृदय में भगवान के प्रति अपार प्रेम और श्रद्धा को उत्पन्न करें। यह भजन हमें यह सिखाता है कि जब हम प्रभु से सच्चे प्रेम और भक्ति के साथ जुड़ते हैं, तब जीवन के सभी दुःख और परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। इस भजन के माध्यम से भक्त भगवान के साथ अपने संबंध को गहरा करने का प्रयास करते हैं।

Kar Le Prabhu Se Pyaar

कर ले प्रभु से प्यार,नही पछताएगा,
झूठा है संसार, धोखा खाएगा ,

माया के जितने धन्धे,सब झूठे है बंदे,
उनके तन उजले मन गंदे,अँखियो से बिल्कुल अंधे,
नज़र क्या आएगा…

मात-पिता सुत नारी,मतलब की रिस्तेदारी,
जब चलेगी तेरी सवारी,रह जाएगी दोलत सारी,
संग नही जाएगा……

ले मान गुरू का कहना,दिन चार यहा पर रहना,
सुख दुःख सबको सहना,पर हरि भजनो मे रहना,
काम ये आएगा…..

धन-दोलत माल खजाना,ये संग तेरे नही जाना,
पङेगा तुझे पछताना,जब होगा यहा से रवाना,
धरया रह जाएगा……

थाने सदानन्द समझावे,नर तन फिर हाथ ना आवे,
यमदूत पकङ ले जावे,फिर सिर धुन-धुन पछतावे
कोन छुङवाएगा……

कर ले प्रभु से प्यार भजन हमें यह याद दिलाता है कि जब हम भगवान से सच्चा प्रेम करते हैं और उनका ध्यान करते हैं, तो हमारी आत्मा शुद्ध होती है और जीवन में हर प्रकार की समृद्धि और सुख का वास होता है। भगवान की भक्ति के माध्यम से हम अपने जीवन को उद्देश्यपूर्ण और सार्थक बना सकते हैं। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान श्री कृष्ण की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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