कर हरि सुमिरन हरि मिल जाएंगे

भगवान विष्णु की भक्ति और स्मरण ही मनुष्य के जीवन का सबसे बड़ा आधार है। जब भी कोई सच्चे हृदय से श्रीहरि का सुमिरन करता है, वे तुरंत उसकी पुकार सुनते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं। आज हम कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे भजन का पाठ करेंगे, जो हमें यह संदेश देता है कि भगवान विष्णु का सुमिरन करने से वे निश्चित ही हमें दर्शन देते हैं और हमारे जीवन का मार्ग प्रशस्त करते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से श्रीहरि का गुणगान करें।

Kar Hari Sumiran Hari Mil Jayenge

यहाँ वहा मत डोल, प्राणी हरि हरि बोल,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे……

सुख वाली उजियाली, सुबह मिलेगी,
दुःख वाली अंधियारी, रात टलेगी,
गम के हट जाए बादल,
खुशियां पाएगा हर पल,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे,
यहाँ वहा मत डोल, प्राणी हरि हरि बोल,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे………..

हर लेंगे हरि तेरा, हर एक संकट,
सुबह शाम दिन रात,
हरि नाम तू रट,
केवल दो अक्षर का नाम,
तेरा कर देगा हर एक काम,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे,
यहाँ वहा मत डोल, प्राणी हरि हरि बोल,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे………..

करले भजन प्राणी,
हो के मगन तू, अपने सुधार ले,
सारे जनम तू,
सच्चा रख इनसे तू प्यार,
तुझको कर देंगे भव पार,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे,
यहाँ वहा मत डोल, प्राणी हरि हरि बोल,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे………..

भजले नाम हरि का,
सारी ही सृष्टि जपती, नाम हरि का,
सारी सृष्टि के आधार,
ये है जग के पालनहार,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे,
यहाँ वहा मत डोल, प्राणी हरि हरि बोल,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे………..

भगवान विष्णु अपने भक्तों के सुमिरन मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं और उन्हें अपने दिव्य प्रेम का अनुभव कराते हैं। “कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे” भजन हमें यह प्रेरणा देता है कि हमें हर पल श्रीहरि का स्मरण करना चाहिए, जिससे हमारा जीवन सफल और कृतार्थ हो सके। इस भक्ति रस को और अधिक गहराई से अनुभव करने के लिए आप “श्री हरि की महिमा अपार , गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो , नारायण, नारायण जय गोविंद हरे” और “संकट हरन श्री विष्णु जी” जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और श्रीहरि की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

Leave a comment