जो भजे हरि को सदा सोही परम पद पावेगा भजन हमें यह महत्वपूर्ण शिक्षा देता है कि जो व्यक्ति हमेशा भगवान विष्णु की भक्ति करता है, वह परम पद अर्थात मोक्ष को प्राप्त करता है। यह भजन हमें बताता है कि हरि के नाम में असीम शक्ति है, और उनकी भक्ति से आत्मा शुद्ध होती है। आइए, इस भजन के माध्यम से भगवान विष्णु की भक्ति में मन को लगाएं और मोक्ष की प्राप्ति की दिशा में कदम बढ़ाएं।
Jo Bhaje Hari Ko Sada Sohi Param Pad Paavega
जो भजे हरि को सदा, सोही परम पद पावेगा |
देह के माला, तिलक और छाप, नहीं किस काम के,
प्रेम भक्ति बिना नहीं नाथ के मन भावे |
दिल के दर्पण को सफा कर, दूर कर अभिमान को,
ख़ाक को गुरु के कदम की, तो प्रभु मिल जायेगा |
छोड़ दुनिए के मज़े सब, बैठ कर एकांत में,
ध्यान धर हरि का, चरण का, फिर जनम नही आयेगा |
द्रिड भरोसा मन मे करके, जो जपे हरि नाम को,
कहता है ब्रह्मानंद, बीच समाएगा |
जो भजे हरि को सदा सोही परम पद पावेगा भजन हमें यह सिखाता है कि हरि का निरंतर स्मरण ही जीवन के सर्वोत्तम उद्देश्य की प्राप्ति है। जब हम सच्चे मन से भगवान की भक्ति करते हैं, तो वे हमें आत्मिक उन्नति और सुख का मार्ग दिखाते हैं। यदि यह भजन आपके हृदय को भक्ति से भर देता है, तो गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, श्री हरि विष्णु वंदना, अच्युतं केशवं, और नारायण नाम सुमिरन कर ले जैसे अन्य विष्णु भजनों को भी पढ़ें और करें, जिससे आपकी भक्ति और भी प्रगाढ़ हो सके। 🙏✨
मैं आचार्य सिद्ध लक्ष्मी, सनातन धर्म की साधिका और देवी भक्त हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को धनवंतरी, माँ चंद्रघंटा और शीतला माता जैसी दिव्य शक्तियों की कृपा से परिचित कराना है।मैं अपने लेखों के माध्यम से मंत्र, स्तोत्र, आरती, पूजन विधि और धार्मिक रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती हूँ, ताकि हर श्रद्धालु अपने जीवन में देवी-देवताओं की कृपा को अनुभव कर सके। यदि आप भक्ति, आस्था और आत्मशुद्धि के पथ पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो मेरे लेख आपके लिए एक दिव्य प्रकाश बन सकते हैं। View Profile 🚩 जय माँ 🚩