जाने कहां गए भगवान भजन एक भक्त की भावनाओं को व्यक्त करता है, जिसमें वह भगवान से दूर होने का अनुभव करता है। यह भजन एक आत्ममंथन की तरह है, जिसमें भक्त भगवान के दर्शन और उनकी निकटता को महसूस करने के लिए तरसता है। जब भक्त महसूस करते हैं कि भगवान उनसे दूर हो गए हैं, तो उनका हृदय संताप और खोज की स्थिति में होता है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान हमेशा हमारे साथ होते हैं, लेकिन हम अपनी भक्ति में उन्हें महसूस करने में कभी-कभी चूक जाते हैं।
Jane Kaha Gaye Bhagwan
जाने कहां गए भगवान लक्ष्मी फूट-फूट के रोई,
लक्ष्मी फूट-फूट के रोई, लक्ष्मी फूट-फूट के रोई,
जाने कहां गए भगवान लक्ष्मी फूट-फूट के रोई…..
मैं पूछ पूछ के हारी मुझे मिले नहीं बनवारी,
नारद करियो जरा विचार लक्ष्मी फूट-फूट के रोई,
जाने कहां गए भगवान…..
अपराध कहा मैंने किनो वो है स्वामी ने तज दिनों,
करती रही हमेशा प्यार लक्ष्मी फूट-फूट के रोई,
जाने कहां गए भगवान….
है वचन किसी का सच्चा जिसके होता नहीं बच्चा,
उसका पति करें तिरस्कार लक्ष्मी फूट-फूट के रोई,
जाने कहां गए भगवान….
जो पुत्र हमारे होते प्रभु पड़े पड़े नहीं सोते,
रहती चिंता दिन और रात लक्ष्मी फूट फूट कर रोई,
जाने कहां गए भगवान….
जो होते पोता पोती मैं पड़ी पलंग पर सोती,
करती उल्टी-सीधी बात लक्ष्मी फूट फूट कर रोई,
जाने कहां गए भगवान….
नारद ने वचन सुनाएं प्रभु करते चौकीदारी,
जाकर देखो बलि के द्वार लक्ष्मी फूट-फूट के रोई,
जाने कहां गए भगवान….
जब भनक पड़ी लक्ष्मी के दौड़ी आई बलि के,
भैया राखी का त्यौहार लक्ष्मी फूट-फूट के रोई,
जाने कहां गए भगवान….
तुम राखी बांध लो भैया हमें दे दो हमारे सैंया,
सोना हो गया बैकुंठ धाम लक्ष्मी फूट-फूट के रोई,
जाने कहां गए भगवान….
जाने कहां गए भगवान भजन हमें यह याद दिलाता है कि भगवान कभी भी हमारे से दूर नहीं होते। उनकी उपस्थिति हमेशा हमारे आसपास रहती है, बस हमें अपनी आत्मा को शुद्ध और उनका ध्यान करना होता है। भगवान की उपस्थिति का अनुभव तभी होता है जब हम दिल से उनका नाम लेते हैं और उनकी भक्ति में रमते हैं। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान विष्णु की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

मैं आचार्य सिद्ध लक्ष्मी, सनातन धर्म की साधिका और देवी भक्त हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को धनवंतरी, माँ चंद्रघंटा और शीतला माता जैसी दिव्य शक्तियों की कृपा से परिचित कराना है।मैं अपने लेखों के माध्यम से मंत्र, स्तोत्र, आरती, पूजन विधि और धार्मिक रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती हूँ, ताकि हर श्रद्धालु अपने जीवन में देवी-देवताओं की कृपा को अनुभव कर सके। यदि आप भक्ति, आस्था और आत्मशुद्धि के पथ पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो मेरे लेख आपके लिए एक दिव्य प्रकाश बन सकते हैं। जय माँ View Profile