जहां विराजे विष्णु के अवतारी गंगाराम

जहां विराजे विष्णु के अवतारी गंगारा भजन भगवान विष्णु के अवतारों की महिमा का बखान करता है, जो भक्तों को धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। विष्णु जी ने समय-समय पर विभिन्न रूपों में प्रकट होकर धर्म की स्थापना की और अपने भक्तों की रक्षा की। यह भजन हमें श्रीहरि के दिव्य अवतारों को नमन करने और उनकी कृपा का अनुभव करने का सुअवसर प्रदान करता है। आइए, इस भजन के माध्यम से भगवान विष्णु की लीलाओं का गुणगान करें।

Jahan Viraje Vishnu Ke Avatari Gangaram

आशीर्वाद दिवस उत्सव हम चले झुंझनू धाम,
जहाँ विराजे विष्णु के अवतारी गंगाराम ।

गंगाराम अमृतवाणी का करेंगे मिलकर पाठ,
पंचदेव मंदिर में होगी भजनों की बरसात,
सेवा समिति ने कर रखा है पूरा इंतज़ाम,
जहाँ विराजे विष्णु के अवतारी गंगाराम ।

बैशाख बदी चतुर्थी का दिन भक्तों का कल्याण किया,
हाँथ उठा कर भक्त शिरोमणि ने मंगल आशीष दिया,
चमत्कार को नमस्कार हम करते कोटि प्रणाम,
जहाँ विराजे विष्णु के अवतारी गंगाराम ।

भक्त शिरोमणि देवकीनंदन की समाधी को करके नमन,
सौरभ मधुकर मंदिर की रज माथे पर करके धारण,
कलिमलहारी की महिमा का करेंगे हम गुणगान,
जहाँ विराजे विष्णु के अवतारी गंगाराम ।

आशीर्वाद दिवस उत्सव हम चले झुंझनू धाम,
जहाँ विराजे विष्णु के अवतारी गंगाराम ।

भगवान विष्णु के प्रत्येक अवतार ने संसार में धर्म की पुनःस्थापना की और भक्तों को सद्मार्ग दिखाया। जहां विराजे विष्णु के अवतारी गंगाराम भजन हमें यह स्मरण कराता है कि श्रीहरि सदैव भक्तों की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। यदि यह भजन आपके मन को भक्ति से भर देता है, तो गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, श्री हरि विष्णु वंदना, अच्युतं केशवं, और नारायण नाम सुमिरन कर ले जैसे अन्य विष्णु भजनों को भी पढ़ें और करें, जिससे आपकी भक्ति और अधिक गहरी हो सके। 🙏✨

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