हरिजी मेरी लागी लगन मत तोड़ना

जब कोई भक्त सच्चे मन से भगवान विष्णु की भक्ति में रमता है, तो उसका समर्पण और प्रेम अडिग होता है। हरिजी मेरी लागी लगन मत तोड़ना भजन उसी समर्पण और विश्वास का प्रतीक है, जिसमें भक्त श्रीहरि से प्रार्थना करता है कि उसकी भक्ति में कोई विघ्न न आए और उसका प्रेम सदा बना रहे। आइए, इस भजन के माध्यम से भगवान विष्णु के प्रति अपनी अडिग भक्ति को प्रकट करें और उनकी कृपा की प्राप्ति का आशीर्वाद लें।

Hariji Meri Laagi Lagan Mat Todna

लागी लगन मत तोड़ना
हरिजी मेरी लागी लगन मत तोड़ना
प्रभुजी मेरी….

गृहस्थी बसायी मैंने तेरे ही नाम की,
मेरा भरोसा मत तोड़ना,
हरिजी मेरी लागी लगन मत तोड़ना…..

जल है गहरा नाव पुरानी,
बिच भंवर मत तोड़ना,
हरिजी मेरी लागी लगन मत तोड़ना…..

तू ही मेरा सेठ है तुही साहूकार है,
ब्याज पे ब्याज मत जोड़ना
हरिजी मेरी लागी लगन मत तोड़ना…..

दास की बिनती दाता सुन लिजो,
हाथ पकड़ मत छोड़ना,
हरिजी मेरी लागी लगन मत तोड़ना…..

भगवान विष्णु अपने भक्तों के प्रेम और भक्ति को कभी नकारते नहीं हैं। हरिजी मेरी लागी लगन मत तोड़ना भजन हमें यह याद दिलाता है कि जब हम सच्चे हृदय से प्रभु की भक्ति करते हैं, तो वे हमारे समर्पण को कभी भी नष्ट नहीं होने देते। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप “श्री हरि की महिमा अपार , गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो , नारायण, नारायण जय गोविंद हरे” और “संकट हरन श्री विष्णु जी” जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान विष्णु की असीम कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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