सूर्य बीज मंत्र एक अत्यंत प्रभावशाली वैदिक मंत्र है जो साधक को आत्मिक और शारीरिक दोनों स्तर पर ऊर्जा प्रदान करता है। यह मंत्र सूर्य देव के बीजाक्षरों से युक्त है जो उनके तेजस्वी स्वरूप को जाग्रत करता है। इस लेख में हम जानेंगे Surya Beej Mantra का सही उच्चारण और जाप विधि के बारे में-
Surya Beej Mantra
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः॥
अर्थ- मैं उस सर्वशक्तिमान सूर्य देव को प्रणाम करता हूँ, जो इस ब्रह्मांड के जीवनदाता हैं। उनकी दिव्य शक्ति, तेज और प्रकाश से मेरी आत्मा, बुद्धि और शरीर पवित्र और सशक्त हों। यह मंत्र मुझे नकारात्मकता से मुक्त कर, आंतरिक शक्ति और सफलता की ओर प्रेरित करे।

यदि आप सूर्य उपासना को और गहराई से समझना चाहते हैं, तो हमारा लेख सूर्य मंत्र अवश्य पढ़ें जहां आपको सूर्य बीज मंत्र के साथ-साथ सूर्य नमस्कार मंत्र, सूर्य गायत्री मंत्र और अन्य मंत्र भी मिलेंगे । साथ ही, सूर्य देव के 12 नाम जानकर आप उनकी पूजा को और अधिक प्रभावशाली बना सकते हैं। ये सभी पाठ आपके मंत्र के जाप को पूर्ण सिद्धि तक पहुँचाने में सहायक होंगी।
इस मंत्र का जाप कैसे करें
अगर आप जीवन में आत्मिक शक्ति, आरोग्यता और आत्मविश्वास चाहते हैं, तो आज ही नीचे दिए गए Surya Dev Beej Mantra जाप की सही विधि जानें और उसे अपने दिनचर्य में शामिल करें-
- ब्रह्ममुहूर्त: मंत्र जाप की शुरुआत ब्रह्ममुहूर्त (प्रातः 4 बजे से 6 बजे के बीच) में करना सबसे शुभ माना गया है। इस समय का वातावरण सात्विक और ऊर्जा से भरा होता है।
- शुद्धता: स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
- पूर्व दिशा: साफ लाल या पीले वस्त्र धारण कर एक आसन पर पूर्व दिशा की ओर मुख कर के बैठ जाएं। सामने सूर्य देव का फोटो रखें या खुले आसमान में सूर्य की ओर मुख करके बैठें।
- जल पात्र: एक तांबे के लोटे में स्वच्छ जल लें। उसमें रोली, अक्षत (चावल), लाल पुष्प और थोड़ी सी मिश्री या शहद डालें और सूर्य को अर्घ्य दे।
- मंत्र जप: अब शांत मन से Surya Beej Mantra In Hindi का उच्चारण करें और हर जप में पूर्ण एकाग्रता और शांति बनाए रखें और श्रद्धा से जाप करें।
- जप संख्या: संकल्प लेकर 11, 21 या 108 बार इस बीज मंत्र का जाप करें। जपमाला (रुद्राक्ष या लाल चंदन की) का प्रयोग करें।
- प्रार्थना करें: जप के उपरांत कुछ क्षण नेत्र मूंदकर सूर्य देव का ध्यान करें और उनसे अपने जीवन में तेज, आरोग्य, और संतुलन बनाए रखने की प्रार्थना करें।
नित्य श्रद्धा से किया गया Surya Beej Mantra जाप जीवन में अद्भुत प्रकाश और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
FAQ
इस मंत्र का जाप किस समय करना चाहिए?
ब्रह्ममुहूर्त या सूर्य निकलते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके जाप करना सबसे श्रेष्ठ होता है।
क्या इस मंत्र को रविवार के अलावा अन्य दिनों में भी जप सकते हैं?
सप्ताह के किसी भी दिन जप संभव है, परन्तु रविवार को विशेष फलदायी माना गया है क्योंकि यह सूर्य देव का दिन होता है।
क्या इस मंत्र से रोगों से मुक्ति मिलती है?
हाँ, यह मंत्र विशेष रूप से मानसिक और शारीरिक रोगों को दूर करने में सहायक होता है।
क्या इसे सभी व्यक्ति जप सकते हैं?
हाँ, यह एक सार्वभौमिक वैदिक मंत्र है जिसे कोई भी श्रद्धालु जप सकता है। बस पवित्रता और नियमों का पालन करना चाहिए।
बीज मंत्र और गायत्री मंत्र में क्या अंतर है?
बीज मंत्र संक्षिप्त और शक्ति-संपन्न होते हैं, जबकि गायत्री मंत्र एक पूर्ण वैदिक स्तोत्र है जो व्यापक स्तुति और ध्यान के लिए उपयोग होता है।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके। View Profile 🚩 जय श्री राम 🚩