Parvat Par Kutiya Banai Re
पर्वत पर कुटिया बनाई रे भोले बाबा तुमने,
बाबा तुमने भोले बाबा तुमने,
सावन ने कुटिया छाई रे भोले बाबा तुमने…..
आधी कुटिया पर बेला चमेला,
आधी पर भंगिया बूबाई रे भोले बाबा तुमने….
आधी कुटिया पर चंदा और सूरज,
आधी पर गंगा बहाई रे भोले बाबा तुमने….
आधी कुटिया पर बिच्छू ततैया,
आधी पर नाम लहराई रे भोले बाबा तुमने…..
आधी कुटिया मैं नंदी बसाई,
आधी में गोरा बैठाई रे भोले बाबा तुमने….
आधी कुटिया में ऋषि मुनि गण,
आधी में अर्जी लगाई रे भोले बाबा तुमने…

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile