Shiv Abhishek Mantra | शिव अभिषेक मंत्र

शिव अभिषेक मंत्र का जाप शिव जी का अभिषेक करते समय किया जाता है जो की एक अत्यंत प्रचलित धार्मिक अनुष्ठान है। Shiv Abhishek Mantra के माध्यम से शिव के प्रतीक शिवलिंग की आराधना और भक्ति की जाती है। इस मंत्र का नियमित जाप व्यक्ति को अपने जीवन में सुखद बदलाव लाने और जीवन के हर क्षेत्र में शक्ति और प्रेम का संचार करने में सहायक होता है।

शिव मंत्र इन हिंदी में होने के कारण इसका जाप करना आसान होता है। इसका उच्चारण करते समय व्यक्ति को पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ ध्यान केंद्रित करना चाहिए। शिव का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप मन को एक अद्भुत ऊर्जा से भर देता है, जिससे व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता का प्रवाह होता है। हमने खास आपके लिए इस शिव मंत्र को आपके लिए नीचे उपलब्ध कराया है।

Shiv Abhishek Mantra

॥ॐ नमः शिवाय॥
॥ॐ शर्वाय नम:॥
॥ॐ विरूपाक्षाय नम:॥
॥ॐ विश्वरूपिणे नम:॥
॥ॐ त्र्यम्बकाय नम:॥
॥ॐ कपर्दिने नम:॥
॥ॐ भैरवाय नम:॥
॥ॐ शूलपाणये नम:॥
॥ॐ ईशानाय नम:॥
॥ॐ महेश्वराय नम:॥
॥ॐ नमो नीलकण्ठाय॥
॥ॐ पार्वतीपतये नमः॥
॥ॐ पशुपतये नम:॥
॥ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय॥
॥ॐ इं क्षं मं औं अं॥
॥ॐ प्रौं ह्रीं ठः॥

शिव अभिषेक के बाद आप शिव जी को नमस्कार करें और शिव नमस्कार मंत्र का जाप करें। आप शिव के अन्य मंत्रो जैसे Shiv Shakti Mantra और Shiv Dhyan mantra का जाप भी कर सकते है।

FAQ

मंत्र का जाप कितनी बार करें?

आप 108 बार मंत्र का जाप करके शिव के विशेष कृपा प्राप्त कर सकते है अतः मंत्र का जाप 108 बार करें।

शिव अभिषेक मंत्र का जाप क्यों करना चाहिए

क्या इस मंत्र का जाप शिवलिंग के सामने करना आवश्यक है ?

मंत्र का जाप कब करना सबसे शुभ माना जाता है ?

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