मंत्र ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे... ॐ प्रजापतये स्वाहा... ॐ इन्द्राय स्वाहा... ॐ अग्नये स्वाहा... ॐ सोमाय स्वाहा... ॐ भूः स्वाहा... ॐ गणेशाय नम: स्वाहा... ॐ गौरियाय नम: स्वाहा... ॐ नवग्रहाय नम: स्वाहा... ॐ दुर्गाय नम: स्वाहा... ॐ महाकालिकाय नम: स्वाहा... ॐ हनुमते नम: स्वाहा... ॐ भैरवाय नम: स्वाहा... ॐ कुल देवताय नम: स्वाहा... ॐ स्थान देवताय नम: स्वाहा... ॐ ब्रह्माय नम: स्वाहा... ॐ विष्णुवे नम: स्वाहा... ॐ शिवाय नम: स्वाहा...

Durga Hawan Mantra | दुर्गा हवन मंत्र: शक्ति और समृद्धि की प्राप्ति का मार्ग

दुर्गा हवन मंत्र का जाप एक अत्यधिक प्रभावी और शक्तिप्रद हवन प्रक्रिया है, जिसे विशेष रूप से माँ दुर्गा की पूजा में किया जाता है। Durga Hawan Mantra का उद्देश्य माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करना और उनकी शक्ति से अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करना है। हवन मंत्र के उच्चारण से … Read more

दुर्गा देवी मंत्रम सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते। 1 ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते। 2 या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ 3 नवार्ण मंत्र 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै॥ 4

Durga Devi Mantram | दुर्गा देवी मंत्रम : एक आध्यात्मिक साधना

दुर्गा देवी मंत्रम हमारे मन में शक्ति, साहस का संचार करने वाला एक अदभुत मंत्र है। देवी दुर्गा भारतीय धर्म और संस्कृति में एक प्रमुख स्थान रखती हैं। Durga Devi Mantram का जाप करते समय व्यक्ति को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए, ताकि देवी माँ की कृपा प्राप्त हो … Read more

दुर्गा बीज मंत्र ॥ ऐं ह्री देव्यै नम: ॥

Durga Beej Mantra | दुर्गा बीज मंत्र : शक्ति और सुरक्षा का महामंत्र

दुर्गा बीज मंत्र एक अत्यंत प्रभावशाली और पवित्र मंत्र है, जो देवी दुर्गा की असीम शक्ति और कृपा को प्राप्त करने का साधन माना जाता है। Durga Beej Mantra विशेष रूप से माँ दुर्गा की पूजा और आराधना में अत्यधिक महत्व रखता है। यह मंत्र सुरक्षा, समृद्धि, मानसिक शांति और हर प्रकार के नकारात्मक प्रभाव … Read more

मंत्र ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै॥ ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते॥ या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते। दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः, सवर्स्धः स्मृता मतिमतीव शुभाम् ददासि। दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिक, मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।

Durga Ji Ka Mantra | दुर्गा जी का मंत्र : शक्ति और भक्ति का अद्भुत साधन

दुर्गा जी का मंत्र एक दिव्य ध्वनि है, जो भक्तों को माँ दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का माध्यम बनता है। Durga Ji Ka Mantra शक्ति, साहस और सुरक्षा का प्रतीक होता है, और इसे देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करते समय पढ़ा जाता है।माँ दुर्गा का मंत्र न केवल भक्ति … Read more

मंत्र कल्याणकारी मंत्र ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते। संकट मुक्ति के लिए रक्तबीजवधे देवी चण्डमुण्ड विनाशनी, रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि। रोगों से मुक्ति के लिए स्तुवद्भ्यो भक्तिपूर्वं त्वां चण्डिके व्याधिनाशिनि, रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि। विवाह के लिए पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानु सारिणीम्, तारिणी दुर्ग संसार सागरस्य कुलोभ्दवाम्। नौकरी में पदोन्निति के लिए वन्दिताप्राधियुगे देवी देव सौभाग्यदायिनी, रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि । सौभाग्य प्राप्ति के लिए देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्, रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि। गृह शांति के लिए नवार्ण मंत्र'-'ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे' भय-नाश के लिये सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्तिसमन्विते, भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तु ते। एतत्ते वदनं सौम्यं लोचनत्रयभूषितम्, पातु नः सर्वभीतिभ्यः कात्यायनि नमोऽस्तु ते। ज्वालाकरालमत्युग्रमशेषासुरसूदनम्, त्रिशूलं पातु नो भीतेर्भद्रकालि नमोऽस्तु ते। रक्षा पाने के लिये शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके, घण्टास्वनेन नः पाहि चापज्यानिःस्वनेन च। प्रसन्नता की प्राप्ति के लिये प्रणतानां प्रसीद त्वं देवि विश्‍वार्तिहारिणि, त्रैलोक्यवासिनामीड्ये लोकानां वरदा भव। स्वर्ग और मोक्ष की प्राप्ति के लिये सर्वभूता यदा देवी स्वर्गमुक्तिप्रदायिनी, त्वं स्तुता स्तुतये का वा भवन्तु परमोक्तयः।

Durga Saptashati Mantra | दुर्गा सप्तशती मंत्र: माँ दुर्गा की महिमा का अद्भुत वरदान

दुर्गा सप्तशती मंत्र एक अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है, जिसे देवी माँ दुर्गा की पूजा और उपासना के दौरान विशेष रूप से किया जाता है। Durga Saptashati Mantra मुख्य रूप से दुर्गा सप्तशती या चंडी पाठ के रूप में प्रसिद्ध है, जो माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की महिमा का बखान करते हैं। इन … Read more

गणेश स्थापना मंत्र ॥आह्वाहन मंत्र ॥ गजाननं भूतगणादिसेवितम कपित्थजम्बू फल चारू भक्षणं, उमासुतम शोक विनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम। आगच्छ भगवन्देव स्थाने चात्र स्थिरो भव, यावत्पूजा करिष्यामि तावत्वं सन्निधौ भव। ॥प्राण प्रतिस्ठा मंत्र ॥ अस्यैप्राणाः प्रतिष्ठन्तु अस्यै प्राणा क्षरन्तु च, अस्यै देवत्वमर्चार्यम मामेहती च कश्चन। ॥आसान मंत्र ॥ रम्यं सुशोभनं दिव्यं सर्व सौख्यंकर शुभम, आसनं च मया दत्तं गृहाण परमेश्वरः। ॥स्नान का मंत्र॥ गंगा सरस्वती रेवा पयोष्णी नर्मदाजलै:, स्नापितोSसी मया देव तथा शांति कुरुश्वमे॥ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ, निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा। एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं, विघ्नशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्। ॐ ग्लौम गौरी पुत्र,वक्रतुंड,गणपति गुरु गणेश, ग्लौम गणपति,ऋदि्ध पति। मेरे दूर करो क्लेश। एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं, विघ्नशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्।

Ganesh Sthapana Mantra | गणेश स्थापना मंत्र: शुभारंभ और सिद्धि का मार्ग

गणेश स्थापना मंत्र एक पवित्र मंत्र है जिसका उपयोग गणेश जी की उपस्थिति का स्वागत करने और उन्हें किसी स्थान या समारोह में स्थापित करने के लिए किया जाता है। माना जाता है कि Ganesh Sthapana Mantra का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा, मन की शुद्धि और ध्यान व एकाग्रता में सुधार आता है। हिंदू … Read more

गणेश मंत्र वक्रतुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ, निर्विघ्नम कुरू मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा॥ ॐ गं गणपतये नम:॥ ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम्सं, कटान निवारय-निवारय स्वाहा॥  ॐ वक्रतुंडा हुं॥  ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद, सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥ सिद्ध लक्ष्मी मनोहरप्रियाय नमः॥ ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये। वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:॥  गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:॥ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्॥ श्री गणेशाय नम:॥ एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं, विघ्नशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्। ॐ ग्लौम गौरी पुत्र,वक्रतुंड,गणपति गुरु गणेश ग्लौम गणपति,ऋदि्ध पति, मेरे दूर करो क्लेश॥

Ganesh Bhagwan Ka Mantra | गणेश भगवान का मंत्र: गणेश भगवान के शक्तिशाली मंत्र

गणेश भगवान का मंत्र हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र मंत्रों में से एक है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता, बुद्धि के देवता और सभी कार्यों के शुभारंभकर्ता के रूप में पूजा जाता है। Ganesh Bhagwan Ka Mantra न केवल उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने का एक साधन है, बल्कि यह जीवन में सुख, समृद्धि … Read more

गणेश वंदना मंत्र वंदना मंत्र गजाननं भूत गणादि सेवितं, कपित्थ जम्बू फल चारू भक्षणम्, उमासुतं शोक विनाशकारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम्। वक्रतुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ, निर्विघ्नम कुरू मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा। वन्दौं श्री गणपति पद, विघ्नविनाशन हार, पवित्रता की शक्ति जो, सब जग मूलाधार।   हे परम ज्ञान दाता, सकल विश्व आधार, क्षमा करें वर दें, विघ्नों से करें उबार।   हे जग वंदन, हे जगनायक, हे गौरीनंदन! हे वरदायक।   हे विघ्नविनाशन! हे गणनायक, हे भवभय मोचन! हे जन सुखदायक।   दया करो हे प्रभु! दे सबको निर्मल ज्ञान, हे सहज संत! दें हम को यह वरदान।    मंगलमय हो गीत हमारे करें जनकल्याण, मातृप्रेम में निरत रहें पावें पद निर्वाण।

Ganesh Vandana Mantra | गणेश वंदना मंत्र: सिद्धि और शुभता का स्रोत

गणेश वंदना मंत्र भगवान गणेश की वंदना और उनकी महिमा का बखान करने वाला एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र मंत्र है। भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता माना जाता है, उनके प्रति श्रद्धा और भक्ति व्यक्त करने के लिए Ganesh Vandana Mantra उच्चारित किया जाता है। यह मंत्र न केवल एक प्रार्थना है, … Read more

गणेश स्तुति मंत्र विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय। लम्बोदराय सकलाय जगद्धिताय॥ 1॥ नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय। गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥ 2॥ भक्तार्तिनाशनपराय गनेशाश्वराय। सर्वेश्वराय शुभदाय सुरेश्वराय॥ 3॥ विद्याधराय विकटाय च वामना। भक्त प्रसन्नवरदाय नमो नमस्ते ॥4 ॥ नमस्ते ब्रह्मरूपाय विष्णुरूपाय ते नम:, नमस्ते रुद्राय्रुपाय करिरुपाय ते नम:॥5 ॥ विश्वरूपस्वरूपाय नमस्ते ब्रह्मचारणे। भक्तप्रियाय देवाय नमस्तुभ्यं विनायक॥6 ॥ लम्बोदर नमस्तुभ्यं सततं मोदकप्रिय। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ 7॥ त्वां विघ्नशत्रुदलनेति च सुन्दरेति। भक्तप्रियेति सुखदेति फलप्रदेति॥ 8॥ विद्याप्रत्यघहरेति च ये स्तुवन्ति। तेभ्यो गणेश वरदो भव नित्यमेव॥ 9॥ गणेशपूजने कर्म यन्न्यूनमधिकं कृतम। तेन सर्वेण सर्वात्मा प्रसन्नोSस्तु सदा मम॥ 10॥

Ganesh Stuti Mantra | गणेश स्तुति मंत्र: विघ्नहर्ता की कृपा पाने का मार्ग

गणेश स्तुति मंत्र भगवान गणेश की महिमा का बखान करने वाला एक पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है, जिसे श्रद्धा और भक्ति के साथ गाया जाता है। Ganesh Stuti Mantra उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का एक तरीका है, जो न केवल उनके आशीर्वाद को आकर्षित करता है बल्कि जीवन की कठिनाइयों और बाधाओं को भी … Read more

Shiv Shabar Mantra ऊँ नमः शिवाय शंभो शाबर मंत्र सिद्धि लायो, शिव सदा सहायो दुख दर्द मिटायो ॐ नमः शिवाय।

Shiv Shabar Mantra | शिव शाबर मंत्र: शिव की असीम कृपा पाने का शक्तिशाली उपाय

शिव शाबर मंत्र बहुत प्रसिद्ध शिव मंत्र है जिसका जाप भगवान शिव को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। Shiv Shabar Mantra का जाप करने से घर में सुख समृद्धि आती है और आपके व्यवसाय में वृद्धि होती है जिससे आप सभी प्रकार आर्थिक संकटो से दूर रहते है। यह मंत्र व्यक्ति को … Read more