तेरे होते मेरी हार बाबा कैसे होंगी—यह भजन श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। जब बाबा श्याम का हाथ हमारे सिर पर होता है, तो हार-जीत का प्रश्न ही नहीं उठता। भक्तों का यही अटूट विश्वास उन्हें हर कठिनाई से लड़ने की शक्ति देता है। श्याम प्रेमी इस भजन को गाकर अपनी भक्ति को और गहरा करते हैं और बाबा की कृपा का अनुभव करते हैं।
Tere Hote Meri Har Baba Kaise Hongi
जब गम का बादल छाता है,
ना मन मेरा घबराता है,
श्याम सहारा जब संग में,
फिर चिंता क्यों मुझे होंगी,
तेरे होते मेरी हार,
बाबा कैसे होंगी।1।
अब ना चिंता फ़िक्र मुझे,
सावरिया तेरे होने से,
अब ना डर लगता मुझको,
सावरियां कुछ खोने से,
हाथ तुम्हारा जब सर पे,
फिर चिंता क्यों मुझे होंगी।2।
मन करता हर रोज मेरा,
बाबा खाटू आने को,
दर आकर मेरे सांवरिया,
दर्शन तेरा पाने को,
नाम तुम्हारा ज़ब लब पे,
फिर चिंता क्यों मुझे होंगी।3।
प्रेमी इनके श्री चरणों में,
जो भी शीश झुकाता है,
हर दिन हर पल हर घड़ी,
तेरी दया वो पाता है,
नाम तेरा लूँ हरपल मै,
फिर चिंता क्यों मुझे होगी।4।
जब गम का बादल छाता है,
ना मन मेरा घबराता है,
श्याम सहारा जब संग में,
फिर चिंता क्यों मुझे होंगी,
तेरे होते मेरी हार,
बाबा कैसे होंगी।5।
बाबा श्याम की भक्ति हर बाधा को दूर कर देती है, हर मुश्किल आसान कर देती है। जब हम उन्हें अपना सहारा बना लेते हैं, तो कोई भी संकट हमें डगमगा नहीं सकता। यदि यह भजन आपको पसंद आया, तो मुझे नाथ अब सम्भालो, जिसको मेरे बाबा श्याम का दीदार हो जाए, और मैं भी उठाऊँ श्याम तेरा निशान जैसे भजनों को भी अवश्य पढ़ें और बाबा की कृपा से अपने मन को शांत करें। जय श्री श्याम! 🙏🎶