श्याम दर्शन तो दे दो

श्याम दर्शन तो दे दो भजन में भक्त की गहरी तन्मयता और श्याम बाबा से मिलने की इच्छा दर्शाई गई है। यह भजन उस अदृश्य आकर्षण को व्यक्त करता है जो भक्तों को श्याम बाबा के दर्शन की ओर खींचता है। भक्त अपनी मानसिक पीड़ा और जीवन के संघर्षों से उबरने के लिए बाबा के दर्शन की कामना करता है।

Shyam Darshan To De Do

पर्दे के पीछे छुपकर बैठा,
मंद मंद मुस्काए,
श्याम दर्शन तो दे दो,
माना के तेरा रूप सुहाना,
क्यों इतना इतराए,
श्याम दर्शन तो दे दों।।

दीवाने बाबा श्याम के,
लेकर आए है निशान जी,
ओ जी श्याम जी,
दर्शन को अखियां प्यासी,
दर्शन देकर करो निहाल जी,
ओ जी श्याम जी,
एडी उठा उठा कर रहे तेरा दर्श,
श्याम दर्शन तो दे दों।।

पर्दा हटा जो तेरा,
देखि ऐसी प्यारी सूरत जी,
ओ जी श्याम जी,
अंखियों से आंसू छलके,
मोहिनी ऐसी प्यारी मूरत जी,
ओ जी श्याम जी,
सुध बुध खो बैठे है हम तो,
हुआ जो तेरा दर्श,
श्याम दर्शन तो दे दों।।

नजर उतारू कैसे,
इतना बता दो मेरे श्याम जी,
ओ जी श्याम जी,
काजल डिबिया लेकर करना,
इतना मेरा काम जी,
ओ जी श्याम जी,
काला टीका लगाके मुख पे,
देना सबको दर्श,
श्याम दर्शन तो दे दों।।

‘मंगत’ दीवाना तेरा,
‘बृजमोहन’ भी आया साथ जी,
ओ जी श्याम जी,
तुमको करूं क्या अर्पण,
आए हम तो खाली हाथ जी,
ओ जी श्याम जी,
तू है दयालु तू है कृपालु,
हम बालक अनजान,
श्याम दर्शन तो दे दों।।

पर्दे के पीछे छुपकर बैठा,
मंद मंद मुस्काए,
श्याम दर्शन तो देदो,
माना के तेरा रूप सुहाना,
क्यों इतना इतराए,
श्याम दर्शन तो दे दों।।

“श्याम दर्शन तो दे दो” भजन एक गहरी आस्था और प्रेम को दर्शाता है। यह भजन श्याम बाबा से भक्त की दिव्य मुलाकात की याचना करता है, ताकि वह शांति और शक्ति प्राप्त कर सके। बाबा का दर्शन जीवन के सर्वोत्तम अनुभवों में से एक माना जाता है, जो हर किसी को आध्यात्मिक रूप से संपन्न करता है। जय श्री श्याम!

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