फिर से एक बार हार आया हूँ

जीवन में कई बार इंसान हार और संघर्षों से गुजरता है, लेकिन जब भक्त बाबा श्याम के दर पर आता है, तो उसकी हर हार को जीत में बदलने की राह मिल जाती है। फिर से एक बार हार आया हूँ भजन उसी गहरे भाव को प्रकट करता है, जब एक भक्त दुनिया से थक-हारकर सिर्फ श्याम जी की शरण में सुकून पाना चाहता है। यह भजन भक्ति, समर्पण और विश्वास का सजीव उदाहरण है। आइए, इस भजन को पढ़ें और अपने मन को श्याम प्रेम में डुबो दें।

Phir Se Ek Bar Haar Aaya Hu

फिर से एक बार हार आया हूँ,
सांवरे तेरे द्वार आया हूं,
लेके आंसू की धार आया हूं,
सांवरे तेरे द्वार आया हूं।।1।।

मैं कहूं ना कहूं जान ले तू प्रभु,
मैं परेशान सा तू ही मेरा सुकून,
तेरी ही आस पर मैं तो सारी फिकर,
छोड़ आया हूं,
सांवरे तेरे द्वार आया हूं।।2।

आ गया मैं प्रभु अब तेरे रूबरू,
अब हवाले तेरे यह मेरी आबरू,
वो पुराना सही बन सुदामा सा ही,
यार आया हूं,
सांवरे तेरे द्वार आया हूं।।3।

‘सोनू’ प्रेमी प्रभु है पुराना तेरा,
तेरे दर के सिवा ना ठिकाना मेरा,
बस यही सोचकर हार जाने का डर,
मार आया हूं,
सांवरे तेरे द्वार आया हूं।।4।

फिर से एक बार हार आया हूँ,
सांवरे तेरे द्वार आया हूं,
लेके आंसू की धार आया हूं,
सांवरे तेरे द्वार आया हूं।।5।

बाबा श्याम कभी भी अपने भक्तों को निराश नहीं करते। जो भी सच्चे मन से उन्हें पुकारता है, वे उसकी सुनवाई जरूर करते हैं। यही भाव हमें श्याम पे रख विश्वास वो पार लगाएगा, हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा, अब हार गया हूँ श्याम भजन लिरिक्स और बाबा पे विश्वास होना चाहिए जैसे भजनों में भी देखने को मिलता है। आइए, इन भजनों को पढ़ें और अपने मन को बाबा श्याम के चरणों में अर्पित करें। जय श्री श्याम! 🙏💙

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