होरी खेलन आयो श्याम आज याहे रंग में बोरो री भजन में भक्त श्याम जी को होली के पर्व पर रंगों के साथ खेलने के लिए आमंत्रित करता है। यह भजन श्याम के साथ होली खेलने के उत्साह और उल्लास का प्रतीक है। फागुन के मौसम में श्याम जी के साथ होली खेलने की कल्पना एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव से जुड़ी है, जहां रंग केवल रंग नहीं बल्कि भक्ति और प्रेम के प्रतीक बन जाते हैं।
Hori Khelan Aayo Shyam Aaj Yahe Rang Mien Boro Ri
दोहा-
लाल के कपोलन पे,
मलूँगी गुलाल लाल,
लाल लाल बिंदी,
या के भाल पे लगाउंगी,
लाल लाल लहंगा,
अरु लाल लाल अंगिया,
लाल लाल चुंदड़ी,
या के शीश ओढ़ाउंगी।
लाल नन्द लाल को,
गहरूंगी सखी फागण में,
लाल नन्द लाल को,
आज लाल कर डारूंगी।
होरी खेलन आयो श्याम,
आज याहे रंग में बोरो री,
रंग में बोरो री,
आज याहे रंग में बोरो री,
होली खेलन आयो श्याम,
आज याहे रंग में बोरो री।।
कोरे कोरे कलश मँगाओ,
यामे केसर घोरो री,
मुख ते मलो गुलाल,
करो कारे से गोरो री,
होली खेलन आयो श्याम,
आज याहे रंग में बोरो री।।
पार पड़ौसन लेओ बुलाय,
आँगन में घेरो री,
पीताम्बर लेओ छीन,
याहे पहनाय दो लहँगो री,
होली खेलन आयो श्याम,
आज याहे रंग में बोरो री।।
हरे बाँस की बाँसुरिया,
जाहे तोड़ मरोड़ो री ,
तारी दे दे याहि नचावो,
अपनी ओरो री,
होली खेलन आयो श्याम,
आज याहे रंग में बोरो री।।
चन्द्रसखी की यही विनती,
करे निहोरो री ,
हा हा खाय पड़े जब पैया,
तब याहे छोरो री,
होली खेलन आयो श्याम,
आज याहि रंग में बोरो री
होली खेलन आयो श्याम,
आज याहे रंग में बोरो री।।
होरी खेलन आयों श्याम,
आज याहे रंग में बोरो री,
रंग में बोरो री,
आज याहे रंग में बोरो री,
होली खेलन आयो श्याम,
आज याहे रंग में बोरो री।।
श्याम जी के संग होली का यह पावन त्योहार हमें भक्ति और आनंद से भर देता है। श्याम के रंग में रंगी हुई यह होली हमारे दिलों को भी शुद्ध और उमंग से भर देती है। यदि यह भजन आपके दिल को भाया हो, तो “रंग रंगीलो फागुन आयो श्याम बुलावो भेज्यो जी”, “देखो देखो आया मेरा सांवरिया”, “सांवरे हारे का सहारा तेरा नाम है” और “तेरे दर आया बाबा तेरा ये सवाली” जैसे भजन भी आपको श्याम की भक्ति में और गहरे उतरने का अवसर देंगे। जय श्री श्याम!