जब जब मुझको पड़ी जरुरत आया बनके सहारा

Jab Jab Mujhko Padi Jarurat Aaya Banke Sahara

जब जब मुझको पड़ी जरुरत,
आया बनके सहारा,
मेरा खाटू वाला, श्याम,
मेरा खाटू वाला,
कभी ना मुझको हारने देता,
रहता बनके सहारा,
मेरा खाटू वाला, श्याम,
मेरा खाटू वाला।।

जब कोई साथ नहीं था,
मेरा श्याम ही बना सहारा,
इसने ही हाथ को पकड़ा,
जब सबने किया किनारा,
कोई नहीं है श्याम के जैसा,
कोई नहीं है श्याम के जैसा,
जो इतना प्यार लुटाता,
मेरा खाटू वाला, श्याम,
मेरा खाटू वाला।।

गर ना तेरा मिलता सहारा,
मैं फिरता मारा मारा,
जबसे तेरी चौखट पकड़ी,
मेरा कभी ना रुका गुजारा,
जो गया है सच्चे भाव उसपे,
जो गया है सच्चे भाव उसपे,
खूब कृपा बरसाता,
मेरा खाटू वाला, श्याम,
मेरा खाटू वाला।।

शीश का दानी बाबा,
ये हारे का है सहारा,
खाटू में बैठा बाबा,
देखो सबके काम बनाता,
कहे ये बेटा ‘ओम’ आपका,
कहे ये बेटा ‘ओम’ आपका,
एक ही मेरा सहारा,
मेरा खाटू वाला, श्याम,
मेरा खाटू वाला।।

जब जब मुझको पड़ी जरुरत,
आया बनके सहारा,
मेरा खाटू वाला, श्याम,
मेरा खाटू वाला,
कभी ना मुझको हारने देता,
रहता बनके सहारा,
मेरा खाटू वाला, श्याम,
मेरा खाटू वाला।।

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