थारे मन में सीताराम म्हारे मन में थारो डेरो लिरिक्स

थारे मन में सीताराम म्हारे मन में थारो डेरो भजन में एक गहरी भक्ति और श्रद्धा का भाव छिपा हुआ है। इस भजन के माध्यम से भक्त अपनी आस्था और विश्वास को भगवान राम और श्री बालाजी के प्रति व्यक्त करते हैं। यह भजन यह संदेश देता है कि जहां भगवान की कृपा होती है, वहां भक्ति और समर्पण का कोई ठिकाना नहीं होता।

Thare Man Me Sitaram Mhare Man Me Tharo Dero Lyrics

थारे मन में सीताराम,
म्हारे मन में थारो डेरो।

दोहा –
लाग लपेट से हेट करूँ मैं, सीधी बात बताऊँ,
सौ परसेंट भगत मैं थारो, खड़ताल बजा के गाऊं।

थारे मन में सीताराम, म्हारे मन में थारो डेरो,
इब मेरो दुनिया से के काम, सिग्नल जुड़ गयो थारो मेरो,
थारे मन मे सीताराम, म्हारे मन में थारो डेरो।1।

सालासर में घर बनवा दे, ओ सालासर वाले,
नौकर तेरा कहन लगे, इब मने मेरे घर वाले,
थारे मंदिर में हो शाम, जागे मेरो यही सवेरो,
थारे मन मे सीताराम, म्हारे मन में थारो डेरो।2।

बालाजी महाराज मैं थारे, पाछे पाछे डोलूं,
कदी हंसु देख देख थने, कदी प्रेम में रोलूं,
पागल पड़ गया म्हारा नाम, बाबा है की नि तने बेरो,
थारे मन मे सीताराम, म्हारे मन में थारो डेरो।3।

इस भजन के साथ हम समझते हैं कि भगवान के नाम और उनके प्रति विश्वास ही हमें जीवन में सच्ची शांति और सुख देता है। जब हम अपने दिल में भगवान का नाम और भक्ति रखते हैं, तो हमारा जीवन सुखमय और शांतिपूर्ण होता है। चाहे जैसे भी समय हो, भगवान हमेशा हमारे साथ होते हैं। उनके भजन हमें यह याद दिलाना कि भगवान की भक्ति से जीवन की सारी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। जय श्री राम और जय श्री बालाजी!

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