जब भी याद करूँ तो आना दौड़ के लिरिक्स

जब भी याद करूँ तो आना दौड़ के भजन में भक्तों की अटूट श्रद्धा और प्रेम को दर्शाया गया है। यह भजन हमें यह एहसास कराता है कि बजरंगबली अपने भक्तों की पुकार को कभी अनसुना नहीं करते। चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न हों, जब भी सच्चे मन से हनुमान जी को स्मरण किया जाता है, वे तुरंत सहायता के लिए आते हैं। यह भजन भक्तों के हृदय में विश्वास और ऊर्जा भरने का कार्य करता है।

Jab Bhi Yaad Karu To Aana Daud Ke Lyrics

जब भी याद करूँ तो, आना दौड़ के,
संकट में ना जाना, हमको छोड़ के,
ना जाना छोड़ के, ना जाना छोड़ के,
जब भी याद करूं तो, आना दौड़ के,
संकट में ना जाना, हमको छोड़ के।1।

संकट मोचन कहलाते हो,
पवन पुत्र बजरंगबली,
काम असंभव कर जाते हो,
तेरी जय जय हो बजरंगबली,
हमसे रखना हरदम, रिश्ता जोड़ के,
संकट में ना जाना, हमको छोड़ के,
जब भी याद करूं तो, आना दौड़ के,
संकट में ना जाना, हमको छोड़ के।2।

राम प्रभु के प्यारे प्यारे,
सिर पर रख दो हाथ हमारे,
जीवन नैया तेरे हवाले,
रोज करे गुणगान तुम्हारे,
‘लहरी’ हमसे जाना ना, मुंह मोड़ के,
संकट में ना जाना, हमको छोड़ के,
जब भी याद करूं तो, आना दौड़ के,
संकट में ना जाना, हमको छोड़ के।3।

जब भी याद करूँ तो, आना दौड़ के,
संकट में ना जाना, हमको छोड़ के,
ना जाना छोड़ के, ना जाना छोड़ के,
जब भी याद करूं तो, आना दौड़ के,
संकट में ना जाना, हमको छोड़ के।4।

हनुमान जी की कृपा जिस पर भी होती है, उसका जीवन संकटों से मुक्त हो जाता है। “जब भी याद करूँ तो आना दौड़ के” भजन हमें यह सिखाता है कि श्रद्धा और प्रेम से किया गया हर आह्वान अनसुना नहीं जाता। जय हनुमान! 🚩

Share

Leave a comment