चरण में रखना शरण में रखना

चरण में रखना, शरण में रखना भजन भक्ति और समर्पण का एक सुंदर भाव प्रकट करता है। जब भक्त भगवान हनुमान जी से प्रार्थना करता है कि उसे उनके चरणों में स्थान मिले और वह उनकी शरण में सदा सुरक्षित रहे, तो यह भजन उस भावना को व्यक्त करता है। जीवन में अनेक उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन यदि हम प्रभु के चरणों में स्थान पा लें, तो हमारा हर दुख दूर हो सकता है।

Charan Mein Rakhna Sharan Mein Rakhna

चरण में रखना, शरण में रखना
सदा ही अपनी, लगन में रखना।
आँखे जो मुंदु, हो तेरे दर्शन,
सदा ही ऐसे, भजन में रखना।

सुख के उजाले, दुःख के अँधेरे
जो भी हो हरदम, मगन में रखना।
मेरी चमक और, दमक को दाता
सदा ही ऐसे, बनाए रखना।

साँसों की माला, सिमरण के मोती
भटके नहीं मन, जपन में रखना।
कृपा तुम्हारी, बहार जैसी
जीवन को मेरे, महकाए रखना।

तुम्हे पुकारूँ, आहों में अपनी
भजन की राहों में, लगाए रखना।
मैंने तो अपना, तुम्हे ही माना
सदा ही अपना, बनाए रखना।

तेरी कृपा का, हो हाथ मुझ पर,
रखूं भरोसा, दिन रात तुझ पर,
हर एक बंधन, से मुक्त हो लूँ,
भक्ति के ऐसे, बंधन में रखना।

चरण में रखना, शरण में रखना
सदा ही अपनी, लगन में रखना।
आँखे जो मुंदु, हो तेरे दर्शन
सदा ही ऐसे, भजन में रखना।

हनुमान जी की भक्ति में सबसे महत्वपूर्ण है समर्पण। जब हम पूरी निष्ठा के साथ उनके चरणों में आश्रय लेते हैं, तो जीवन के सारे भय और कष्ट स्वतः ही समाप्त हो जाते हैं। Charan Mein Rakhna Sharan Mein Rakhna सिर्फ एक भजन नहीं, बल्कि एक भक्त की विनम्र प्रार्थना है कि वह हर परिस्थिति में प्रभु की छत्रछाया में बना रहे। जब आप इस भजन के साथ – साथ अन्य भजनों बाबा घोटे वाला मेरा बाबा घोटेवाला, काम कोई ऐसा ना जग में जो करते हनुमान नहीं, हनुमान के चेहरे से एक नूर टपकता है को भी करते हैं तो, उनका आशीर्वाद हमें हर संकट से बचाता है और सही मार्ग दिखाता है।

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