सब मिल कर मंगल गाओ आज है जगराता यह भजन एक शानदार संगीतमय उत्सव है, जिसमें भक्तों को एकजुट होकर माँ के जयकारे करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रेरणा दी जाती है। यह भजन विशेष रूप से माँ के जागरण के समय गाया जाता है, जब श्रद्धालु रात भर जागकर माँ की पूजा-अर्चना करते हैं। यहाँ पर भक्तों का उत्साह, प्रेम और भक्ति व्यक्त होती है, जो माँ के प्रति श्रद्धा को प्रगट करते हैं।
Sab Mil Kar Mangal Gao Aaj Hai Jagrata Bhajan Lyrics
सब मिल कर मंगल गाओ,
आज है जगराता,
तुम प्रेम से माँ को मनाओ,
आज है जगराता।।
जगराते में देखो गणपति आए है,
संग वो अपने रिद्धि सिद्धि को लाए है,
जिन्हे देख के मन मेरा है हरषाता,
तुम प्रेम से माँ को मनाओ,
आज है जगराता।।
जगराते में देखो मोहन आए है,
संग वो अपने राधा को भी लाए है,
रूप मोहना इनका सबको है भाता,
तुम प्रेम से माँ को मनाओ,
आज है जगराता।।
जगराते में ब्रह्मा विष्णु आए है,
संग अपने शिव शंकर को भी लाए है,
इनके चरणों का यश देखो जग गाता,
तुम प्रेम से माँ को मनाओ,
आज है जगराता।।
सब मिल कर मंगल गाओ,
आज है जगराता,
तुम प्रेम से माँ को मनाओ,
आज है जगराता।।
“सब मिल कर मंगल गाओ आज है जगराता” भजन माँ के जागरण की रात को समर्पित है, जिसमें भक्त एक स्वर में माँ के जयकारे करते हैं। जैसे कि “माँ की महिमा” और “जय माँ दुर्गा” जैसे भजन भी भक्तों के दिलों में माँ के प्रति गहरी श्रद्धा और विश्वास जगाते हैं, वैसे ही इस भजन में भी भक्त माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एकजुट होते हैं। माँ के जागरण के अवसर पर यह भजन हर दिल में उत्साह और भक्ति का संचार करता है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आती है।