श्याम तेरी चौखट को अपनी पलकों से बुहार दूँ

Shyam Teri Chaukhat Ko Apni Palko Se Buhar Dun

श्याम तेरी चौखट को,
अपनी पलकों से बुहार दूँ,
तन मन ये वार दूँ,
तन मन ये वार दूँ।।

तुझसे ही पहचान हमारी,
तुझसे जग में नाम है,
तुझसे ही है शोहरत अपनी,
ये तेरा अहसान है,
तेरी सेवा में ही सारा,
जीवन श्याम गुजार दूँ,
तन मन ये वार दूँ,
तन मन ये वार दूँ।।

जनम जनम का साथी तू ही,
तुझसे ही याराना है,
है चरणों में ध्यान तुम्हारे,
तुमको अपना माना है,
इन चरणों को अखियन के,
आंसू से श्याम पखार दूँ,
तन मन ये वार दूँ,
तन मन ये वार दूँ।।

डगमग डगमग डोले नैया,
मेरी ये मझधार में,
‘शिव सुबोध’ डूबे ना नैया,
कर दे भव से पार ये,
कर देना उपकार ये मुझपे,
मत करना इंकार तू,
तन मन ये वार दूँ,
तन मन ये वार दूँ।।

श्याम तेरी चौखट को,
अपनी पलकों से बुहार दूँ,
तन मन ये वार दूँ,
तन मन ये वार दूँ।।

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