बोल बाबा बोल मेरी होगी सुनवाई क्या

भक्त का हृदय जब व्याकुल होता है, जब मन में अनगिनत सवाल उठते हैं, तब वह अपने आराध्य से संवाद करता है। बोल बाबा बोल मेरी होगी सुनवाई क्या भजन इसी भावना को व्यक्त करता है, जहाँ भक्त श्याम बाबा से अपनी अरज सुनने की विनती करता है। यह केवल एक प्रश्न नहीं, बल्कि विश्वास और समर्पण का प्रतीक है — एक पुकार जो श्याम के दरबार तक पहुँचती है। जब मन में बाबा के प्रति अटूट श्रद्धा होती है, तब हर प्रश्न का उत्तर भी वही देते हैं। आइए, इस भजन को पढ़ें और श्याम की कृपा का अनुभव करें।

Bol Baba Bol Meri Hogi Sunwayi Kya

छोड़ जो मैं आयी थी वो,
अर्ज़ी उठाई क्या,
बोल बाबा बोल मेरी,
होगी सुनवाई क्या।।1।।

कब से खड़ी हूँ बाबा,
तेरे इंतज़ार में,
छोड़ी क्या कसर मैंने,
तेरे मनुहार में,
प्रेम मेरा श्याम तुझे,
देता ना दिखाई क्या,
बोल बाबा बोल मेरीं,
होगी सुनवाई क्या।।2।।

तुम हो हठी जो बाबा,
मैंने भी ये ठाना है,
मोल मेरे आंसुओं का,
तुझको चुकाना है,
अश्कों की मेरे श्याम,
देगा भरपाई क्या,
बोल बाबा बोल मेरीं,
होगी सुनवाई क्या।।3।।

सबको बुलाया बाबा,
मुझको भुलाया क्यों,
मुझको ही बाबा तुने,
किया है पराया क्यों,
प्रेम तुझे बाकियों से,
‘नेहा’ से लड़ाई क्या,
बोल बाबा बोल मेरीं,
होगी सुनवाई क्या।।4।।

छोड़ जो मैं आयी थी वो,
अर्ज़ी उठाई क्या,
बोल बाबा बोल मेरी,
होगी सुनवाई क्या।।5।।

श्याम बाबा अपने भक्तों की पुकार कभी अनसुनी नहीं करते। जो भी सच्चे मन से उनकी शरण में आता है, उसकी सुनवाई अवश्य होती है और बाबा हर संकट हर लेते हैं। यही भाव विश्वास है तो सहारा मिलेगा, बाबा पे विश्वास होना चाहिए, सांवरे हारे का सहारा तेरा नाम है, खाटू दूर है मगर खाटू वाला नहीं जैसे भजनों में भी प्रकट होता है। आइए, इन भजनों को भी पढ़ें और श्याम बाबा की महिमा का गुणगान करें। जय श्री श्याम!

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