शिव गायत्री मंत्र का जाप एक गहरी आध्यात्मिक साधना का प्रतीक है, जो व्यक्ति को शांति, साहस और संकल्प प्रदान करता है। Shiv Gayatri Mantra भगवान शिव की अनंत शक्ति, करुणा और कृपा को जाग्रत करता है। गायत्री का अर्थ ही है वह मंत्र जो गुप्त ज्ञान के प्रकाश से हमारा जीवन आलोकित करता है।
इस शिव मंत्र का उच्चारण करते समय साधक का मन शुद्ध और एकाग्र रहता है, जिससे उसके भीतर के नकारात्मक भाव समाप्त होते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से मन और आत्मा में बसें तनाव और भय से मुक्ति मिलता है और कठिन समय में यह मंत्र भक्तों को मार्गदर्शन देता है और उनके आत्मबल को प्रबल करता है। हमने आपके सुविधा के लिए यह मंत्र नीचे उपलध कराया है –
Shiv Gayatri Mantra
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय, धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्।
शिव गायत्री मंत्र के अलावा आप शिव पूजा मंत्र या शिव चालीसा लिरिक्स का पाठ करके भी शिव के प्रति अपने को व्यक्त कर सकते है और शिव की कृपा प्राप्त कर सकते है। Shiv Gayatri Mantra Pdf के रूप मे भी उपलब्ध हो गया है, जिससे इसका पाठ करना अब और आसान हो गया है।
FAQ
इस मंत्र का जाप करने से क्या लाभ होता है ?
इस मंत्र के जाप से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। और वें जीवन में सदा सफल होतें है।
क्या यह मंत्र केवल हिंदी में ही उपलब्ध है ?
नहीं, आप इसे इंग्लिश, संस्कृत, कन्नड़, और मराठी में भी प्राप्र्त कर सकते है।
इस मंत्र का जाप कब से प्रारम्भ करना चाहिए ?
आप शिव मंत्र का जाप सोमवार के दिन से या सावन और शिवरात्रि के दिन से भी प्रारम्भ कर सकते है।
मंत्र का जाप कब करें ?
मंत्र जाप सुबह प्रातः कल में करना चाहिए।
I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle.