जुग जुग जीवे री यशोदा मैया तेरो ललना

माता यशोदा का प्रेम श्रीकृष्ण के प्रति अटूट और अनमोल है, जिसे शब्दों में समेटना कठिन है। भजन जुग जुग जीवे री यशोदा मैया तेरो ललना इस दिव्य प्रेम का सुंदर वर्णन करता है, जहां समस्त ब्रजवासियों की जुबां पर बस यही आशीर्वाद है कि यशोदा मैया का लाल श्रीकृष्ण युगों-युगों तक जीवित रहें और संपूर्ण सृष्टि को अपनी बाल लीलाओं से आनंदित करते रहें। यह भजन हमें उस भक्तिभाव में डूबा देता है, जिसमें वात्सल्य और श्रद्धा का संगम होता है।

Jug Jug Jeeve Re Yashoda Maiya Tero Lalana

जुग जुग जीवे री,
यशोदा मैया तेरो ललना,
तेरो ललना री मैया,
तेरो ललना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना।।1।।

धन्य घड़ी जब होय,
यशोदा मैया कहकर बोले,
नूपुर बांध दोउ चरणन में,
घुटवन घुटवन डोले,
पकडे बाबा की उंगरिया,
तेरो ललना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना।।2।।

जो चाहे सो लेजा बाबा,
सगरा साज लुटाऊँ,
भेष देख डरपेगो बालक,
लाला नाही दिखाऊं,
मेरो छोटो सो ललनवा,
झूले पलना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना।।3।।

आशा लेकर बड़ी दूर से,
दर्शन करने आयो,
मेरो इष्ट जगत को स्वामी,
तेने गोद खिलायो,
पड़े दरस बिन कल ना,
तेरो ललना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना।।4।।

जिसके चरणों की दासी,
कहलाती है माया,
यशोमति माँ तू बड़भागी,
तेने ऐसा लाल है पाया,
मैया तेरे कृष्णलला की,
ना कोई तुलना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना।।5।।

धन्य हुई है ये ब्रज नगरी,
धन्य हुआ वृन्दावन,
पाँव तेरे कान्हा के पड़ गए,
हो गई धरती पावन,
देवता भी चाहे,
इनके दर्शन करना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना।।6।।

जुग जुग जीवे री,
यशोदा मैया तेरो ललना,
तेरो ललना री मैया,
तेरो ललना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना।।7।।

यशोदा मैया का आशीर्वाद और प्रेम श्रीकृष्ण की लीलाओं का अभिन्न अंग है, जिससे भक्तों को भी वात्सल्य रस की अनुभूति होती है। ऐसे ही भक्तिमय भजनों को पढ़ें और करें, जैसे ओ सजनी चलो बधाई देने, नंद घर लाला आयो है, दातार आ रहे हैं, गोपाला मेरे घर आया और जब से जन्मे कृष्ण कन्हाई, मेरे तो भाग्य उजागर है, जिससे श्रीकृष्ण की भक्ति और भी गहरी हो जाए। 🙏💙

Share

Leave a comment