करो हरि दर्शन भजन हमें भगवान विष्णु के दिव्य रूप का दर्शन करने की प्रेरणा देता है। यह भजन हमें यह समझाता है कि जब हम श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान के दर्शन करने की कोशिश करते हैं, तो वे हमें अपने आशीर्वाद से भर देते हैं और हमारे जीवन को संजीवनी शक्ति प्रदान करते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से श्रीहरि के दर्शन की कामना करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।
Karo Hari Darshan
एक भक्त की भक्ति ने देखो, पृथ्वी पर स्वर्ग उतार लिया ।
भगवान वो ही करते हैं यहाँ, जो मन में उन्होने ने धार लिया॥1॥
कितनी ही बार दयानिधि ने संसार को आके उभार लिया।
जब जब धरती पर धर्म घटा, तब तब प्रभु ने अवतार लिया।
करो हरि दर्शन, करो हरि दर्शन, करो हरि दर्शन॥2॥
अब एक लीला बाकी देखो, प्रभु वामन की झांकी देखो।
वामन ने बलि की परीक्षा ली, भगवन हो कर भी भिक्षा ली॥3॥
फिर दत्तात्रेय अवतार हुआ, सारे जग का उधार हुआ।
माता अनुसुइया धन्य हुई, सतियो में सति अनन्य हुई॥4॥
जब जग में पाप प्रचंड बड़ा, अन्याय बड़ा पाखंड बड़ा।
तब करने को लीला ललाम, प्रगटे पृथ्वी पर प्रभु परशुराम।
21 बार क्षत्रिय मारे, कर दिए नष्ट पापी सारे॥5॥
फिर त्रेता में प्रभु राम हुए, उनके द्वारा कई काम हुए।
हनुमान उन पे आसक्त हुए, रघुपति के अनुपम भक्त हुए।
सीता अपमान का बदला राम ने जा कर सागर पार लिया॥6॥
फिर ऋषभदेव अवतार हुए, यह मुक्ति के आधार हुए।
इनको तुम तीर्थंकर मानो, त्रिभुवन के मंगल कर मानो॥7॥
फिर द्वापर में नंदलाला जन्मे, बस गए वो जन जन के मन में।
दुनिया को इन्ही ने दी गीता, और कर्मयोग से जग जीता॥8॥
फिर जग मे वेदव्यास आये, भण्डार ज्ञान का मुनिवर लाये।
महाभारत और भागवत रची, जन साधारण को बहुत जची॥9॥
फिर शुद्ध बुध अवतार हुआ, दर्शन से मुग्ध संसार हुआ।
वो शांति दूत बन के आए, और मंत्र अहिंसा का लाए॥10॥
अब अंत में कल्कि जन्मेंगे, दुष्टों से वो बदला लेंगे।
कलयुग बदलेगा सत्युग में, संसार जीएगा नव में।
मानव के लिए निज माथे पे हर युग में हरि ने भार लिया॥11॥
भगवान विष्णु के दर्शन से जीवन में शांति, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। करो हरि दर्शन भजन हमें यह सिखाता है कि प्रभु के सच्चे दर्शन से आत्मा को शांति और दिव्यता मिलती है। यदि यह भजन आपके हृदय को भक्ति से भर देता है, तो गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, श्री हरि विष्णु वंदना, अच्युतं केशवं, और नारायण नाम सुमिरन कर ले जैसे अन्य विष्णु भजनों को भी पढ़ें और करें, जिससे आपकी भक्ति और अधिक प्रगाढ़ हो सके। 🙏✨

मैं आचार्य सिद्ध लक्ष्मी, सनातन धर्म की साधिका और देवी भक्त हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को धनवंतरी, माँ चंद्रघंटा और शीतला माता जैसी दिव्य शक्तियों की कृपा से परिचित कराना है।मैं अपने लेखों के माध्यम से मंत्र, स्तोत्र, आरती, पूजन विधि और धार्मिक रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती हूँ, ताकि हर श्रद्धालु अपने जीवन में देवी-देवताओं की कृपा को अनुभव कर सके। यदि आप भक्ति, आस्था और आत्मशुद्धि के पथ पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो मेरे लेख आपके लिए एक दिव्य प्रकाश बन सकते हैं। जय माँ View Profile