मैं भी बोलूं राम तुम भी बोलो ना भजन लिरिक्स

मैं भी बोलूं राम तुम भी बोलो ना भजन में भगवान श्रीराम के प्रति भक्ति और प्रेम को इस सुंदर और सरल तरीके से व्यक्त किया गया है। यह भजन एक संगीतमय आह्वान है, जिसमें भगवान राम के नाम का जाप और भक्ति में लीन होने की बात की जा रही है। यह भजन भक्तों को श्रीराम के नाम की महिमा का एहसास कराता है और उनसे जुड़े रहने की प्रेरणा देता है।

Main Bhi Bolu Ram Tum Bhi Bolo Na

मैं भी बोलूं राम तुम भी बोलो ना,
राम है अनमोल मुख को खोलो ना।1।

तू मृत्यु लोक में आया,
तुने राम नाम नहीं गाया,
दुनिया को अपना बनाया,
यूँ माया में भरमाया,
अब तो बोलो ना,
राम है अनमोल मुख को खोलो ना,
मैं भी बोलु राम तुम भी बोलो ना,
राम है अनमोल मुख को खोलो ना।2।

श्री राम की शरण में आजा,
क्यों दुनिया के पीछे भागे,
जरा बैठ के ध्यान लगाले,
अब सुन तो ले अभागे,
दर दर डोलो ना,
राम है अनमोल मुख को खोलो ना,
मैं भी बोलु राम तुम भी बोलो ना,
राम है अनमोल मुख को खोलो ना।3।

तुने मनुष्य तन तो पाया,
विषयो में यू हीं गवाया,
मिठा है यह अमृत सा,
संतो ने स्वाद बताया,
तो रसमय होलो ना,
राम है अनमोल मुख को खोलो ना,
मैं भी बोलु राम तुम भी बोलो ना,
राम है अनमोल मुख को खोलो ना।4।

मैं भी बोलूं राम तुम भी बोलो ना,
राम है अनमोल मुख को खोलो ना।5।

मैं भी बोलूं राम तुम भी बोलो ना भजन हमें एकता और भक्ति का संदेश देता है, जहां एकजुट होकर हम श्रीराम के नाम का जाप करें। जैसे राम सम नहीं कोई और उदार भजन भगवान के महान स्वरूप को दर्शाता है, वैसे ही इस भजन में भी श्रीराम के प्रति भक्तों का गहरा प्रेम देखा जाता है। राम वन को जायेंगे तो हम भी संग में जायेंगे जैसे भजनों में भक्तों के राम के प्रति समर्पण को प्रस्तुत किया गया है, वैसे ही इस भजन में भी भगवान श्रीराम के नाम की महिमा का गुणगान किया गया है। जय श्रीराम!

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