अंजनी माता की आरती का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है, इनकी आरती विशेष रूप से हनुमान जी के भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। अंजनी माता, हनुमान जी की माता है, जिनको देवी रूप में पूजा जाता है। उन्हें शक्ति, समर्पण और मातृत्व का प्रतीक माना जाता है। Anjani Mata Ki Aarti के माध्यम से लोग अपनी विनम्र प्रार्थनाएं अर्पित करते हैं और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं।
आरती के माध्यम से माता अंजनी से उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती है, जो जीवन के विभिन्न संकटों से लड़ने में सहायता करती है। आरती के पहले हनुमान अष्टक हिंदी में, मारुती स्तोत्र हिंदी में और सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से अंजनी माँ के साथ-साथ हनुमान जी की कृपा भी भक्तों पर सदा बनी रहती है। माता की आरती को नीचे विस्तार से आपके लिए उपलब्ध कराया गया है-
॥अंजनी माता की आरती॥
ॐ जय श्री अंजनी माता, मैया जय श्री अंजनी माता।
कपि केशरी महारानी, हनुमत की माता॥
ॐ जय श्री अंजनी माता, मैया जय श्री अंजनी माता…
चार भुजा अति सुन्दर, शीश मुकुट सोहे।
गल मोतियन की माला, दर्शन मन मोहे॥
ॐ जय श्री अंजनी माता, मैया जय श्री अंजनी माता…
आदि कुमारी माता, शक्ति जगदम्बा।
उमा रमा ब्रह्माणी, त्रिभुवन जन अम्बा॥
ॐ जय श्री अंजनी माता, मैया जय श्री अंजनी माता..
पन्नाराम सुखदाता, जिन पर कृपा करो।
रचना रुचिर रचाई, सालासर नगरी॥
ॐ जय श्री अंजनी माता, मैया जय श्री अंजनी माता..
सिद्ध पीठ यह मातु, हरि की नामकरण कीन्हा।
भजनी दास तिहारो, तिन को वर दीन्हा॥
ॐ जय श्री अंजनी माता, मैया जय श्री अंजनी माता..
यह आरती माता जी की जो कोई नर गावे।
हनुमान जी की कृपा से जग में, सुख समृद्धि पावे॥
ॐ जय श्री अंजनी माता, मैया जय श्री अंजनी माता।
Anjani Mata Ki Aarti करने की विधि –
अंजनी माँ की आरती करने की विशेष विधि कुछ इस प्रकार से है –
- स्नान – सुबह में उठकर नित्यकर्म करके स्नान करके साफ कपड़े पहने। यह आरती और पूजा के स्वछता के लिए आवशयक है।
- पूजास्थान – आरती आप अपने घर में या मंदिर में भी कर सकते है घर में आरती करने के लिए एक साफ और स्वच्छ स्थान का चयन करें और वहां पर माता अंजनी की मूर्ति को विधिपूर्वक स्थापित करें। आप माता की मूर्ति के साथ हनुमान जी की प्रतिमा को भी स्थापित कर सकतें है।
- अर्पित करें – माता के सामने एक दीपक जलायें और माता को धूप, रोली, चंदन, सिंदूर, फूल, माला इत्यादि चढ़ाये।
- ध्यान करे- माता की पूजा के लिए मन को शांत करने के लिए ध्यान करें।
- आरती – दीपक और कपूर जलाकर आरती करें। आरती को घर में चरों तरफ घुमायें और आरती में उपस्थित सभी लोगो को दें।
- प्रसाद: माता को प्रसाद का भोग लगाएं और सभी में बाटें।
- आशीर्वाद – माता का आशीर्वाद पाने के लिए आरती के अंत में प्रार्थना करें और उन्हें सुखी जीवन के लिए दनयवाद दें।
आरती करने के लाभ –
- आशीर्वाद –देवी अंजनी की आरती व पूजा करने से भगवान हनुमान भी अधिक प्रसन्ना होते हैं और अपना आशीर्वाद भक्तों पर बनाये रखते हैं।
- परिवार में सुख– आरती करने से पारिवारिक जीवन में शांति और सौहार्द बना रहता है।
- घर में शांति – माता अंजनी की आरती करने से घर में शांति और एकता बनी रहती है।
- सफलता – इनकी आरती करने से आप के रुके कार्य बनने लगता है और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
- संतान प्राप्ति: इनकी आरती के द्वारा संतान सुख की प्राप्ति की जा सकती है।
- आध्यात्मिक विकास- यह आरती आत्मा को शुद्ध करती है और भक्त को आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाती है।
- आस्था में वृद्धि– ईश्वर और देवी अंजनी के प्रति आस्था और विश्वास को गहराई मिलती है।
माँ की आरती सच्चे मन से करने आप अपने जीवन में इन लाभों को प्राप्त कर सकते है और अपने जीवन को सरल और सुखमय बना सकते है।
FAQ
देवी अंजनी की आरती किसको करनी चाहिए ?
जो भी भक्त भगवान हनुमान को जल्दी खुश करना चाहते हैं और जीवन में सफलता पाना चाहते हैं वे माता अंजनी की पूजा कर सकते हैं।
माता अंजनी की आरती कब करनी चाहिए ?
इनकी आरती सुबह के समय करनी चाहिए।
क्या यह आरती केवल हनुमान भक्तों द्वारा की जाती है?
नहीं, इस आरती को कोई भी भक्त कर सकता है, चाहे वह हनुमान भक्त हो या किसी अन्य देवी-देवता का उपासक।
यह आरती कितने समय तक की जाती है?
सामान्यत: यह आरती 5-10 मिनट तक की जाती है, लेकिन इसे श्रद्धानुसार लंबा भी किया जा सकता है।
I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle.