रोटी खा ले ठाकरा

“रोटी खा ले ठाकरा भजन भक्तों के जीवन में भगवान श्री कृष्ण के प्रति अनन्य भक्ति और विश्वास को व्यक्त करता है। इस भजन में, भक्त भगवान कृष्ण से अपने जीवन की परेशानियों के समाधान की प्रार्थना करता है और उनकी कृपा से जीवन को सरल और सुखमय बनाने की उम्मीद करता है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान की कृपा से हमारे जीवन के साधारण और रोज़मर्रा के काम भी दिव्य बन जाते हैं।

Roti Kha Le Thakra

हथ जोड़ के बेह गया हूँ मैं
बस एह अरदासा करदा
रोटी खा लै ठाकुरा
वे मियन मिनता तेरिया करदा

सजर सुई गाऊ लवेरी,
तेरे बदले दे के आया
लख पंडित दिया मिनता करके
तेनु अपने घरे लिआया
ओह ता नाह नाह करदा सी
ओ मेरा बिन ठाकुर ना सरदा
रोटी खा लै ठाकुरा……

मैं सवेर तो तेरिया मिनता करदा
तू मेनू किना होर सताऊना
मैं वी केह्डा तेरे बांगु वेहला
हाले खेता नु पानी लाऊना
मेरे बलद वी सारे भूखे
तू काह्तो तरस जरा ना करदा
वे रोटी खा लै ठाकुरा……..

समझ गया मैं तू ठाकुरा,
घर उचिया दे खाने खावे
मेरे जट गरीब जेहे दा
तेरे खाना मेच न आवे
तू हल वेखी राह खानिया किते
आह न मेरी रोटी वल नु करदा
रोटी खा लै ठाकुरा……….

आखिरी गल मेरी सुन लै तू ठाकुरा
ना मैं कोई चुस्त चलाकिया जाना
जे तू आडिया न छड़ीआ वेख लई
फिर गुसा मेनू वी आ जाना
फेर मनीष टपरिया लिख दयो न
तेरी बैठ गुलामी करदा
रोटी खा लै ठाकुरा…….

रोटी खा ले ठाकरा भजन हमें यह संदेश देता है कि भगवान श्री कृष्ण की कृपा से हम अपने जीवन के हर पहलू को शुद्ध और समृद्ध बना सकते हैं। जब हम भगवान के साथ अपने संबंध को दृढ़ और सच्चा बनाते हैं, तो हमारी प्रत्येक दिनचर्या में दिव्यता और शांति का अनुभव होता है। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान श्री कृष्ण की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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