प्रभु जी सबके सिरजन हार | Prabhu Ji Sabke Sirjan Har

प्रभु जी सबके सिरजन हार भजन भगवान श्री विष्णु के सर्वोच्च निर्माणकर्ता रूप को व्यक्त करता है। इस भजन में यह दर्शाया गया है कि भगवान ही इस ब्रह्मांड के हर जीव और हर वस्तु के सृजनहार हैं। उनके बिना संसार का कोई अस्तित्व नहीं है, और वे ही हमारे जीवन में समृद्धि, शांति और दिशा प्रदान करने वाले हैं। यह भजन भक्तों को यह याद दिलाता है कि भगवान की भक्ति और उनकी कृपा से ही हम अपने जीवन के प्रत्येक पहलू में सफलता और संतुष्टि प्राप्त कर सकते हैं।

Prabhu Ji Sabke Sirjan Har

प्रभु जी सबके सिरजन हार
तेरे बिना अब कोई नही है,जग का पालन हार

जग की प्रीती अज़ब निराली,जाने जानन हार
बिन मतलब ना मुख से बोले,मतलब की मनवार

सुख मे सब कोई संगी साथी,कुटुम्ब सखा परिवार
भीङ पङे जब मुखङा मोङे,स्वार्थ का संसार

ना जानू कोई भक्ती पूजा,मै हूँ मुरख गंवार
जैसो तेसो हूँ मै स्वामी,मुझ पर दया विचार

तुम ही सागर तुम ही किनारा,तुम ही हो पतवार
तुम ही नैया तुम ही खवैया,तुम हो खेवण हार

सुख ओर दुःख मे तुम ही सहारा,तुम ही प्राणाधार
सदानन्द की यही भावना,सुखी रहे संसार

प्रभु जी सबके सिरजन हार भजन हमें यह समझाता है कि भगवान ही इस सृष्टि के कर्ता और पालनहार हैं। जब हम उनकी भक्ति में समर्पित रहते हैं, तो वे हमारे जीवन को सही दिशा प्रदान करते हैं। भगवान की महानता और उनकी कृपा के बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते, और उनका नाम लेना ही हमारे जीवन का सर्वोत्तम मार्ग है। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान श्री कृष्ण की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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