मिनख जमारो मिल्यो जग माही

मिनख जमारो मिल्यो जग माही भजन हमें यह समझने की प्रेरणा देता है कि इस संसार में हमारा जन्म एक विशेष उद्देश्य के लिए हुआ है। इस भजन में हम यह सीखते हैं कि मानव जीवन को सही दिशा में, भगवान की भक्ति और धर्म के पालन में समर्पित करना चाहिए। यह भजन जीवन की अस्थिरता और अनित्य गुणों को समझाते हुए, हमें भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास को बढ़ाने का संदेश देता है। जब हम अपने जीवन में भगवान को परम लक्ष्य मानते हैं, तो जीवन के प्रत्येक क्षण को सार्थक बना सकते हैं।

Minakh Jamaro Milyo Jag Mahi

मिनख जमारो मिल्यो जग मांही,ओर भळे कांई चावे तूं,
लख चोरासी भटकत-भटकत,जूण अनेको भुगत्यो तूं,

मानव तन अनमोल रतन धन,विरथा मत ना खोवे तूं,
रचना रची हरि अजब निराली,भेद कोई नही पायो ते,

कर सत संग सफल कर जीवन,अवसर बीत्यो जावे यूं,
पल-पल छिन-छिन आयु जावे,मोत नेङे री आवे यूं

संचित कर्म पुरबला रे कारण,मानव देह धर आयो तूं
सदानन्द थाने भरी सभा में,बार-बार समझावे यूं

मिनख जमारो मिल्यो जग माही भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान के मार्ग पर चलने से ही हमारा जीवन पूर्ण होता है। यह भजन हमें यह याद दिलाता है कि जीवन में केवल भौतिक सुखों का पीछा करना न होकर, आत्मिक उन्नति और भगवान के भक्ति में जीने का उद्देश्य होना चाहिए। भगवान की भक्ति के बिना जीवन अधूरा है, और भजन के माध्यम से हम भगवान के निकटतम हो सकते हैं। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार ,गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान श्री कृष्ण की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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