इस दुनिया में रहकर भजन हमें भगवान की भक्ति की सच्ची राह पर चलने की प्रेरणा देता है, चाहे हम इस संसार में रहते हुए किसी भी परिस्थिति से गुजर रहे हों। यह भजन यह बताता है कि भले ही हम इस सांसारिक जीवन में व्यस्त हों, लेकिन हमें अपने प्रभु श्री कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति को कभी नहीं भूलना चाहिए। इस भजन में यही संदेश है कि हम सांसारिक मोह-माया में फंसे रहते हुए भी प्रभु के ध्यान में रहते हुए अपने जीवन को उच्च बना सकते हैं।
Is Duniya Me Rahkar
इस दुनियां मे रहकर,बेशक तु सब कुछ कर,
पर पाप कर्म ना कर,उस परमेश्वर से डर,
तु पाप कमाएगा,पापी बन जाएगा,
पङे नरक की कुण्ड,रो कर पछताएगा,
जीवन नैया एक दिन,डूबेगी बीच भंवर…
सेवक बन सतगुरू का,तज दे तु बुराई को,
हरी नाम सुमिरले तु,कर नेक कमाई को,
जीवन को महान बना,कि दुनियां झुकाए सर…
जैसा जो कर्म करे,वैसा ही मिलेगा फल,
जरा सोच ले तु मन मे,मिले आज नही तो कल,
जनम लिया जग मे,जाएगा एक दिन मर…
कहे सदानन्द स्वामी,प्रभु अर्ज सुणै मेरी,
भव पार करो नैया,अब मत कर ना देरी,
आए जो शरण तेरी,हो गये वो जग मे अमर…
इस दुनिया में रहकर भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान के नाम और भक्ति में हर अवस्था में शांति और संतुष्टि पाई जा सकती है। जब हम अपने जीवन में प्रभु की याद को बनाए रखते हैं, तो संसार के संघर्ष और दुख हमें प्रभावित नहीं कर सकते। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान श्री कृष्ण की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

मैं आचार्य सिद्ध लक्ष्मी, सनातन धर्म की साधिका और देवी भक्त हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को धनवंतरी, माँ चंद्रघंटा और शीतला माता जैसी दिव्य शक्तियों की कृपा से परिचित कराना है।मैं अपने लेखों के माध्यम से मंत्र, स्तोत्र, आरती, पूजन विधि और धार्मिक रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती हूँ, ताकि हर श्रद्धालु अपने जीवन में देवी-देवताओं की कृपा को अनुभव कर सके। यदि आप भक्ति, आस्था और आत्मशुद्धि के पथ पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो मेरे लेख आपके लिए एक दिव्य प्रकाश बन सकते हैं। जय माँ View Profile