हे गोविंद हे गोपाल अब तो जीवन हारे

हे गोविंद हे गोपाल अब तो जीवन हारे भजन में भक्त भगवान श्री कृष्ण से अपने जीवन में आशीर्वाद की प्रार्थना करता है। यह भजन एक गहरे आत्मिक समर्पण का प्रतीक है, जिसमें भक्त अपने जीवन की कठिनाइयों और पीड़ाओं के बीच भगवान से मदद की उम्मीद करता है। “गोविंद” और “गोपाल” भगवान श्री कृष्ण के कई प्रसिद्ध नाम हैं, और इस भजन के माध्यम से भक्त उन्हें पुकारते हुए अपने जीवन को सही दिशा देने के लिए प्रार्थना करता है।

Hey Govind Hey Gopal Ab To Jeevan Hare

हे गोविन्द हे गोपाल अब तो जीवन हारे ।
अब तो जीवन हारे प्रभु शरण है तिहारे… हे गोविंद ॥1॥

नीर पीवण हेतु गयो सिन्धू के किनारे
सिन्धू के बीच बसत ग्राह चरण ले पधारे
हे गोविन्द हे गोपाल…॥2॥

चार प्रहर युद्ध भयो ले गयो मझधारे
नाक कान डूबण लागे कृष्ण को पुकारे
हे गोविन्द हे गोपाल…॥3॥

द्वारिका में शब्द गयो शोर भयो भारी
शंख चक्र गदा पदम गरुङ ले सिद्धाये
हे गोविन्द हे गोपाल…॥4॥

सूर कहे श्याम सुनो शरण हैं तिहारे
अबकी बेर पार करो नन्द के दुलारे
हे गोविन्द हे गोपाल…
॥ ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॥5॥

हे गोविंद हे गोपाल अब तो जीवन हारे भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान श्री कृष्ण की भक्ति और उनकी कृपा हमारे जीवन को संजीवनी प्रदान करती है। जब हम भगवान श्री कृष्ण से सच्चे दिल से प्रार्थना करते हैं, तो वे हमारी हर मुश्किल को आसान बना देते हैं। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान श्री कृष्ण की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

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