ब्रह्मानंद गिरी जी की आरती

ब्रह्मानंद गिरी जी की आरती भजन ब्रह्मानंद गिरी जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यह आरती उनके दिव्य गुणों और उनके आशीर्वाद की महिमा का गान करती है। ब्रह्मानंद गिरी जी एक महान संत और योगी थे, जिन्होंने संसार को सही मार्ग पर चलने का संदेश दिया। इस आरती में भक्त उनकी कृपा और आशीर्वाद की प्रार्थना करते हुए, उनके समर्पित जीवन और साधना के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। यह भजन हमें यह सिखाता है कि संतों और गुरु के आशीर्वाद से ही जीवन में सच्चा आनंद और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

Bhramanand Giri Ji Aarti

जय ब्रह्मानन्द गिरी जी, स्वामी जय ब्रह्मानन्द गिरी जी ,
निज भक्तन के तुमने, पूर्ण कारज करे ,
जय ब्रह्मानन्द गिरी जी, स्वामी जय ब्रह्मानन्द गिरी जी ,

रत्नसिंहासन राजत, सेवक भक्त खड़े,
खेवत धूप अग्नि पर, दीपक ज्योत जरे ,
ॐ जय ब्रह्मानन्द गिरी जी, स्वामी जय ब्रह्मानन्द गिरी जी ,

राम मंदिर का सपना, तुमने प्रभु दीना ,
मंदिर तीन शिखर का, निर्मित है कीना ,
ॐ जय ब्रह्मानन्द गिरी जी, स्वामी जय ब्रह्मानन्द गिरी जी ,

आत्मा ज्ञान विरागी, सम दृष्टि धारी ,
माया मोह विनाशक, ज्ञान ज्योति जारी ,
ॐ जय ब्रह्मानन्द गिरी जी, स्वामी जय ब्रह्मानन्द गिरी जी,

जल में भीनं कमल जो, घर में बाल यति ,
राज पाठ सब त्यागे, ममता मोह हती ,
ॐ जय ब्रह्मानन्द गिरी जी, स्वामी जय ब्रह्मानन्द गिरी जी

श्री ब्रह्मानन्द जी की आरती , जो कोई नर गावे
गवत दास ललित गेरा, मनवांछित फल पावे
ॐ जय ब्रह्मानन्द गिरी जी, स्वामी जय ब्रह्मानन्द गिरी जी

ब्रह्मानंद गिरी जी की आरती भजन हमें यह याद दिलाता है कि ब्रह्मानंद गिरी जी जैसे महान संतों के आशीर्वाद से जीवन में संतुलन और शांति आती है। उनकी आरती का पाठ करने से मानसिक शांति मिलती है और आत्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है। उनके मार्ग पर चलकर हम अपनी जीवन यात्रा को सही दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं। इस भक्ति रस को और गहराई से अनुभव करने के लिए आप श्री हरि की महिमा अपार, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, नारायण, नारायण जय गोविंद हरे और संकट हरन श्री विष्णु जी जैसे अन्य भजनों का भी पाठ करें और भगवान श्री कृष्ण की कृपा का अनुभव करें। 🙏💛

Share

Leave a comment