भज मन नारायण नारायण नारायण

भज मन नारायण नारायण नारायण भजन हमें निरंतर भगवान विष्णु का स्मरण करने और उनके चरणों में अपनी भक्ति अर्पित करने की प्रेरणा देता है। यह भजन हमें बताता है कि संसार की अस्थायी वस्तुओं में उलझने की बजाय, हमें अपने मन को श्रीहरि की भक्ति में लगाना चाहिए। जब मन नारायण के नाम का जप करता है, तो जीवन में सुख, शांति और आध्यात्मिक आनंद का संचार होता है। आइए, इस भजन के माध्यम से प्रभु की कृपा का अनुभव करें और भक्ति के मार्ग पर आगे बढ़ें।

Bhaj Man Narayan Narayan Narayan

भाद्रिनाथ जय जय भाद्रिनाथ,
भक्ति भजन में चित रमे तो समय की किस को ध्यान,
दिन कट जाएँ पलों के सामान ।

भज मन नारायण नारायण नारायण, भाद्रिनारायण नारायण नारायण ।

जिस ने दिया यह जीवन, उस प्रभु का करले सुमिरन,
तेरी अधूरी आशा इसी द्वारे पे होगी पूरण ।
भाद्रिनाथ के चरणों में अर्पण कर दे मन और प्राण ॥1॥

बन कर राम पधारे, कभी बन गए कृष्ण मुरारी,
जन हित नारायण ने सदा अलग अलग छबी धारी ।
जब जब भीड़ पड़ी भगतों पर, प्रगटे दया निधान ॥2॥

तुलसी सूर कबीर और दर्श दीवानी मीरा,
भक्ति भजन में खो के वो तो पा गए मुक्ति का हीरा ।
नाम प्रभु का सार जगत में, कह गए संत महान ॥3॥

भगवान विष्णु का स्मरण हमें समस्त दुखों से मुक्त कर मोक्ष की ओर ले जाता है। भज मन नारायण नारायण नारायण भजन हमें हर क्षण श्रीहरि की भक्ति में तल्लीन रहने का संदेश देता है। यदि यह भजन आपके मन को भक्ति से भर देता है, तो गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, श्री हरि विष्णु वंदना, अच्युतं केशवं, और नारायण नाम सुमिरन कर ले जैसे अन्य विष्णु भजनों को भी पढ़ें और करें, जिससे आपकी भक्ति और अधिक गहरी हो सके। 🙏✨

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