थे तो चोलो पहरो म्हारा बालाजी भजन सालासर बालाजी के प्रति गहरी श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। इसमें भक्त अपनी श्रद्धा और प्रेम के साथ भगवान बालाजी का जयकारा करते हैं। इस भजन में यह संदेश छिपा है कि जो भी बालाजी के दरबार में सच्चे मन से आता है, उसकी सारी इच्छाएँ पूरी होती हैं। यह भजन भगवान बालाजी की दिव्य शक्ति को व्यक्त करता है और उनकी महिमा का गुणगान करता है।
They To Cholo Paharo Mhara Balaji Bajan Lyrics
थे तो चोलो पहरो म्हारा बालाजी,
मैं थारो चोलो ल्याया जी,
यो चोलो थारो ऐसो बण्यो है,
भगता के मन भायो जी,
थे तो चोलों पहरो म्हारा बालाजी,
मैं थारो चोलो ल्याया जी।1।
जयपुर से म्हें पोत मंगायो,
बाबा थारे चोला को,
राम नाम का सुमिरण बाबा,
चोला पर लिखवायो जी,
सिन्दूरी रंग में रंगवायो,
चोलो त्यार करायो जी,
थे तो चोलों पहरो म्हारा बालाजी,
मैं थारो चोलो ल्याया जी।2।
चैत सुदी पूनम को जन्मया,
वेदो ने कीर्ती गाई जी,
माँ अंजनी के द्वार पे देखो,
बटते है आज बधाई जी,
केसरीनन्दन पवन पिता थारो,
माता अंजनी माई जी,
थे तो चोलों पहरो म्हारा बालाजी,
मैं थारो चोलो ल्याया जी।3।
चैत सुदी पूनम को मेलो,
आव दुनिया सारी जी,
जात जडूला और गठजोड़ा,
थारे निशान चढ़ावा जी,
सवामणी थारे भोग लगावा,
थाने आज जिमावा जी,
थे तो चोलों पहरो म्हारा बालाजी,
मैं थारो चोलो ल्याया जी।4।
बालजती ब्रह्मचारी थे हो,
राम नाम मतवाला जी,
कलयुग का हो देव निराला,
दुखियो का हितकारी जी,
सालासर थारो भवन निरालो,
शोभा जिसकी न्यारी जी,
थे तो चोलों पहरो म्हारा बालाजी,
मैं थारो चोलो ल्याया जी।5।
प्रेम भाव से बाबा थारो,
चोलो आज बनायो जी,
भगता की टोली के सागे,
थाने आज पहरायो जी,
ई चोला की महिमा थाने,
शर्मा गाय सुनाई जी,
थे तो चोलों पहरो म्हारा बालाजी,
मैं थारो चोलो ल्याया जी।6।
थे तो चोलो पहरो म्हारा बालाजी,
मैं थारो चोलो ल्याया जी,
यो चोलो थारो ऐसो बण्यो है,
भगता के मन भायो जी,
थे तो चोलों पहरो म्हारा बालाजी,
मैं थारो चोलो ल्याया जी।7।
यह भजन सुनते हुए हम सभी को यह एहसास होता है कि बालाजी के दरबार में हर किसी का स्वागत है। चाहे जैसे भी हालात हों, अगर हम सच्चे दिल से भगवान से आशीर्वाद मांगते हैं, तो हमारी समस्याएँ हल हो जाती हैं। बालाजी की कृपा से जीवन में आने वाली हर मुश्किल आसान हो जाती है। बालाजी के भजन से जीवन में सुख और समृद्धि आती है, और हर संकट का समाधान मिल जाता है।
I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile