तेरे दर जबसे ओ भोले आना जाना हो गया लिरिक्स

तेरे दर जबसे ओ भोले आना जाना हो गया भजन भक्त और भगवान शिव के बीच गहरे प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। जब कोई महादेव के दरबार में एक बार आता है, तो उसकी आत्मा उसी दिव्य शक्ति में लीन हो जाती है। यह भजन भक्तों की उस अनुभूति को प्रकट करता है, जब शिव जी की कृपा से उनका मन मंदिर से जुड़ जाता है और हर बार शिवधाम जाने की प्रबल इच्छा जागृत होती है। आइए, इस भजन के माध्यम से शिव जी की भक्ति में खो जाएं और उनकी अपार कृपा का अनुभव करें।

Tere Dar Jabse O Bhole Aana Jana Ho Gya

तेरे दर जबसे ओ भोले,
आना जाना हो गया,
आना जाना हो गया मेरा,
आना जाना हो गया,
मिल गई खुशियां सभी मेरा,
तू खजाना हो गया,
तेरे दर जब से ओ भोलें,
आना जाना हो गया।1।

बनके भवरा मैं था भटका,
फूल खिला ना मन कभी,
थामी जब उंगली ओ भोले,
जग बेगाना हो गया,
तेरे दर जब से ओ भोलें,
आना जाना हो गया।2।

कोई चला ना साथ मेरे,
कहते थे पागल सभी,
तूने रख दिया हाथ सर पे,
मैं सयाना हो गया,
तेरे दर जब से ओ भोलें,
आना जाना हो गया।3।

आँखों में आंसू भरे है,
लब पे फरियाद यही,
तेरे चरणों का ये भोले,
दिल दीवाना हो गया,
तेरे दर जब से ओ भोलें,
आना जाना हो गया।4।

तेरे बिन कोई ना अपना,
ना अर्चू पहचान है,
तेरी चौखट ही ओ भोले,
अब ठिकाना हो गया,
तेरे दर जब से ओ भोलें,
आना जाना हो गया।5।

तेरे दर जबसे ओ भोले,
आना जाना हो गया,
आना जाना हो गया मेरा,
आना जाना हो गया,
मिल गई खुशियां सभी मेरा,
तू खजाना हो गया,
तेरे दर जब से ओ भोलें,
आना जाना हो गया।6।

तेरे दर जबसे ओ भोले आना जाना हो गया भजन हमें बताता है कि जब कोई एक बार महादेव की शरण में आता है, तो फिर उसकी आत्मा बार-बार वहीं जाने को आतुर होती है। शिव जी का प्रेम और उनकी कृपा भक्तों को मोह से मुक्त कर देती है और सच्चे आनंद की अनुभूति कराती है। यदि आपको यह भजन अच्छा लगा, तो भोले के दरबार से खाली नहीं जाएंगे, महाकाल के द्वार चले चलो, उज्जैन वाले बाबा बिगड़ी मेरी बना दे, और चल दिए महाकाल के दर पे भी करें। इन भजनों को पढ़कर आपकी श्रद्धा और गहरी होगी और शिव जी की असीम कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी। 🚩🙏✨

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