सूर्य मंत्र का जाप प्राचीन काल से ही आत्मबल, स्वास्थ्य और मानसिक ऊर्जा के लिए किया जाता रहा है। लेकिन केवल मंत्र जानना ही पर्याप्त नहीं होता, उसका सही विधि से जाप करना ही असली फल प्रदान करता है। यदि आप भी जानना चाहते हैं कि Surya Mantra क्या है और इसका जाप कैसे किया जाता है, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा-
Surya Mantra
सूर्य प्रार्थना मंत्र
ग्रहाणामादिरादित्यो लोक लक्षण कारक:।
विषम स्थान संभूतां पीड़ां दहतु मे रवि॥
Surya Beej Mantra
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः॥
Surya Gayatri Mantra
ॐ भास्कराय विद्महे महातेजाय,
धीमहि तन्नो सूर्य प्रचोदयात॥
सूर्य के अन्य मंत्र
ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:॥
ॐ सूर्याय नम:॥
ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ॥
ॐ घृणि सूर्याय नम:॥
सूर्य इच्छापूर्ति मंत्र
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय,
मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा॥
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते।
अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:॥
सूर्य कवच मंत्र
श्रणुष्व मुनिशार्दूल सूर्यस्य कवचं शुभम्।
शरीरारोग्दं दिव्यं सव सौभाग्य दायकम्॥
देदीप्यमान मुकुटं स्फुरन्मकर कुण्डलम।
ध्यात्वा सहस्त्रं किरणं स्तोत्र मेततु दीरयेत्॥
सूर्य नमस्कार मंत्र
ॐ मित्राय नमः॥1॥
ॐ रवये नमः॥2॥
ॐ सूर्याय नमः॥3॥
ॐ भानवे नमः॥4॥
ॐ खगाय नमः॥5॥
ॐ पूष्णे नमः॥6॥
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः॥7॥
ॐ मरीचये नमः॥8॥
ॐ आदित्याय नमः॥9॥
ॐ सवित्रे नमः॥10॥
ॐ अर्काय नमः॥11॥
ॐ भास्कराय नमः॥12॥
ॐ श्रीसवितृसूर्यनारायणाय नमः॥13॥

अगर आप Surya Mantra जानने के बाद अब स्वयं सूर्य देव की उपासना करना चाहते हैं, तो हमारा लेख “सूर्य चालीसा” और “सूर्य देव की आरती” भी अवश्य पढ़ें। इन लेखों के माध्यम से आपको सूर्य देव की संपूर्ण भक्ति प्रक्रिया समझने में सरलता होगी।
Surya Dev Mantra जाप की विधि
हर दिन की शुरुआत करें दिव्यता और ऊर्जा से भरपूर Surya Bhgwan Mantra जाप के साथ। जानिए इस सरल लेकिन शक्तिशाली विधि को आज ही अपनाकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएँ-
- समय चुनें: मंत्र जाप के लिए सबसे उपयुक्त समय सूर्योदय से ठीक पहले या सूर्योदय के समय होता है। यह समय ऊर्जा का संचार करता है और वातावरण भी शांत होता है।
- स्नान करें: जाप से पहले स्नान करें और स्वच्छ एवं हल्के रंग के वस्त्र पहनें। इससे मन और शरीर दोनों की शुद्धता बनी रहती है।
- पूजन स्थान: पूर्व दिशा की ओर मुख करके किसी शांत और स्वच्छ स्थान पर बैठें। आसन के लिए कुश, ऊन या वस्त्र का प्रयोग करें।
- अर्घ्य दें: अब तांबे के पात्र में जल भरें, उसमें रोली, लाल पुष्प और चावल डालें और सूर्य को अर्घ्य अर्पित करें।
- संकल्प लें: मंत्र जाप आरंभ करने से पहले संकल्प लें कि आप किस उद्देश्य से जाप कर रहे हैं, जैसे स्वास्थ्य, आत्मबल, या मानसिक शांति।
- प्रारंभ करें: अब Surya Dev Ka Mantra उच्चारण शांत मन से करें। यदि संभव हो तो 108 बार जाप करें और रुद्राक्ष माला का प्रयोग करें।
- पूर्ण श्रद्धा: मंत्र जाप के दौरान मन को एकाग्र रखें। यह कार्य केवल रूटीन ना बने बल्कि श्रद्धा और विश्वास से किया जाए।
नियमित सूर्य मंत्र जाप न केवल आत्मबल को बढ़ाता है, बल्कि आपके जीवन में आध्यात्मिक शांति भी लाता है। आशा है यह विधि आपके साधना-पथ को और भी सरल बनाएगी।
FAQ
मंत्र का जाप कौन कर सकता है?
कोई भी व्यक्ति जो श्रद्धा और नियम से जाप करना चाहता है, वह इस मंत्र का जाप कर सकता है।
क्या इसका जाप रोज़ करना चाहिए?
हाँ, यदि संभव हो तो इसका नियमित जाप करना लाभकारी होता है, विशेषकर रविवार को।
जाप के लिए कौन-सी माला उपयुक्त होती है?
रुद्राक्ष माला को मंत्र के जाप के लिए उत्तम माना गया है।
क्या जाप के समय कुछ विशेष भोजन नियम होते हैं?
हाँ, जाप से पूर्व सात्विक भोजन का पालन करना और तामसिक भोजन से बचना श्रेष्ठ माना जाता है।
जाप के दौरान क्या शंख बजाना आवश्यक है?
नहीं, शंख बजाना आवश्यक नहीं है, लेकिन वातावरण को पवित्र करने हेतु आप दीपक और धूप जला सकते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके। View Profile 🚩 जय श्री राम 🚩