जटाटवी गलज्जल प्रवाह पवितस्थले रिंगटोन | Jatatavi Galajjala Pravaha Pavitasthale Ringtone

“जटाटवी गलज्जल प्रवाह पावितस्थले” — यह पंक्ति स्वयं में शिव के तांडव स्वरूप का मंत्र है, जो गंगा की धार, अग्नि की ज्वाला और जटाओं की गति में समाहित है। Jatatavi Galajjala Pravaha Pavitasthale Ringtone उन साधकों के लिए है जो शिव के तांडव, ताप और तप की गंभीरता को अपने भीतर अनुभव करना चाहते हैं। यह रिंगटोन श्रवणमात्र से चेतना को झंकृत कर देती है।

यह रिंगटोन मात्र ध्वनि नहीं, एक ज्वलंत अनुभूति है — जैसे गंगा की धार शिव की जटाओं से निकलकर सीधे हृदय में उतर रही हो।जटाटवी गलज्जल प्रवाह पवितस्थले रिंगटोन सुनते समय ऐसा प्रतीत होता है कि कोई भीतर की नाड़ियों में शिव का नाद भर रहा है। यदि आप इस उर्जस्वी और आध्यात्मिक लहर को और भी गहराई से अनुभव करना चाहें, तो देख भोले प्रसाद मेरा खा के रिंगटोन, भोले बाबा गए कैलाश रिंगटोन, भोले बाबा मेरे आऊं दर पे तेरे रिंगटोन जैसे दिव्य रिंगटोन भी आपकी साधना की गति को तीव्र कर सकते हैं।

Note – यदि आपको अपने मोबाइल में रिंगटोन लगाने में कोई असुविधा हो रही है तो, हमने रिंगटोन लगाने की विधि को स्टेप बाई स्टेप बताया है – यहाँ चेक करें

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