Tune Itna Diya Re Bholenath
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ के गम सारे भूल गए……
तूने आंखे दी है जिसमे ज्योति दी है,
तेरे दर्शन करुंगी भोलेनाथ के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ के गम सारे भूल गए……
तूने कान दिए जिसमे पर्दी दिया,
तेरी कथा सुनूंगी भोलेनाथ के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ के गम सारे भूल गए……
तूने कंठ दिया जिसमे जिव्हा दी है,
तेरे भजन करुंगी भोलेनाथ के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ के गम सारे भूल गए……
तूने हाथ दिए जिसमे बंधन दिया,
मैं तो दान करुंगी भोलेनाथ के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ के गम सारे भूल गए…….
तूने पाँव दिए जिसमे बंधन दिया,
मैं तीर्थ करुंगी भोलेनाथ के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ के गम सारे भूल गए……..

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile