तेरी महिमा अजब निराली पशुपति भोले भंडारी यह भजन भगवान शिव की अनंत महिमा और उनकी कृपा को दर्शाता है। शिव जी, जो ‘पशुपति’ के रूप में जाने जाते हैं, अपनी दयालुता और सरलता के लिए प्रसिद्ध हैं। इस भजन में भगवान शिव के विशेष गुणों का वर्णन किया गया है, और उनके अद्भुत और निराले रूप की पूजा की गई है। इस भजन के माध्यम से हम शिव जी की दिव्यता और उनके शरण में आने की शक्ति को महसूस कर सकते हैं।
Teri Mahima Ajab Nirali Pashupati Bhole Bhandari Bhajan Lyrics
तेरी महिमा अजब निराली,
पशुपति भोले भंडारी,
मैं जाऊ नाथ बलिहारी,
हे अष्ट मूर्ति त्रिपुरारी,
तेरी महीमा अजब निराली,
पशुपति भोले भंडारी।।
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
जय गंगाधर जय देवाय,
जय डमरूधर नमः शिवाय।
हे कैलाशपति शिवशंकर,
जटाधारी भोले गंगाधर,
तेरे दर पे खड़ा ये सवाली,
मेरी भर दे प्यार से झोली,
तेरी महीमा अजब निराली,
पशुपति भोले भंडारी।।
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
जय गंगाधर जय देवाय,
जय डमरूधर नमः शिवाय।
अष्ट मूर्ति है रूप निराला,
तुम ओमकार तुम ही महाकाला,
आये शरण तिहारी,
प्रभु बिगड़ी बना दे हमारी,
तेरी महीमा अजब निराली,
पशुपति भोले भंडारी।।
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
जय गंगाधर जय देवाय,
जय डमरूधर नमः शिवाय।
निलकंठ में सर्प की माला,
बाबा तू है डमरू वाला,
तू सुनले विनय हमारी,
तेरी चाहें दया भंडारी,
तेरी महीमा अजब निराली,
पशुपति भोले भंडारी।।
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
जय गंगाधर जय देवाय,
जय डमरूधर नमः शिवाय।
तुम अवधूत हो ओघडदानी,
देव तू ही सच्चा वरदानी,
तूने लाखो की विपदा टारि,
अब तो है मेरी बारी,
तेरी महीमा अजब निराली,
पशुपति भोले भंडारी।।
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
जय गंगाधर जय देवाय,
जय डमरूधर नमः शिवाय।
तेरी महिमा अजब निराली,
पशु पति भोले भंडारी,
मैं जाऊ नाथ बलिहारी, बलिहारी,
हे अष्ट मूर्ति त्रिपुरारी,
तेरी महीमा अजब निराली,
पशुपति भोले भंडारी।।
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमो ॐ नमः शिवाय,
जय गंगाधर जय देवाय,
जय डमरूधर नमः शिवाय।
“तेरी महिमा अजब निराली पशुपति भोले भंडारी” जैसे भजन हमें भगवान शिव के अद्वितीय रूप और उनकी अनंत कृपा का अहसास कराते हैं। शिव जी की महिमा हर स्थान और हर समय निरंतर चमकती रहती है, और वे अपने भक्तों की हर मुश्किल को अपनी कृपा से सुलझाते हैं। अगर आप इस भजन के माध्यम से शिव जी की महिमा को महसूस कर रहे हैं, तो आप “ॐ नमः शिवाय” या “शिव तांडव स्तोत्र” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी की भक्ति में गहरे उतरें। शिव जी के भजन हमारे जीवन में शांति, शक्ति और आशीर्वाद का संचार करते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile