तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूँ भजन शिव भक्तों की उस गहरी आस्था को दर्शाता है, जो उन्हें बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी तक खींच लाती है। जब महादेव का डमरू बजता है, तो उसकी गूंज से पूरी सृष्टि शिवमय हो जाती है। इस धुन को सुनकर भक्त अपने मन के सारे विकारों को त्यागकर केवल शिव की भक्ति में लीन हो जाता है। काशी वह स्थान है जहाँ स्वयं महादेव निवास करते हैं, और यहाँ आकर हर भक्त की आत्मा को शांति और मोक्ष का मार्ग मिल जाता है।
Tere Damaru Ki Dhun Sunake Mai Kashi Nagari Aai Hu
तेरे डमरू की धुन सुनके,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ।1।
सुना है हमने ओ भोले,
तेरी काशी में मुक्ति है,
उसी मुक्ति को पाने को,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ।2।
सुना है हमने ओ भोले,
तेरी काशी में गंगा है,
उसी गंगा में नहाने को,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ।3।
सुना है हमने ओ भोले,
तेरी काशी में मंदिर है,
उसी मन्दिर में पूजा को,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ।4।
सुना है हमने ओ भोले,
तेरी काशी में भक्ति है,
उसी भक्ति को पाने को,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ।5।
तेरे डमरू की धुन सुनके,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ।6।
तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूँ भजन यह दर्शाता है कि शिव की नगरी काशी केवल एक स्थान नहीं, बल्कि मोक्ष की भूमि है, जहाँ महादेव अपने भक्तों को हर सांसारिक बंधन से मुक्त करते हैं। जब कोई सच्चे हृदय से महादेव की शरण में आता है, तो उसके समस्त पाप धुल जाते हैं और उसे आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति होती है। शिव का डमरू जीवन के हर भय को मिटाकर केवल भक्ति और आनंद की धारा प्रवाहित करता है। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो हर हर महादेव शंभू काशी विश्वनाथ गंगे, शंकर तेरी जटा में बहती है गंग धारा, महादेव से कोई प्यारा नहीं, और भोले के दरबार से खाली नहीं जाएंगे भी करें। इन भजनों के माध्यम से आपका मन शिवमय होगा और भोलेनाथ की कृपा सदा आपके साथ बनी रहेगी। ????????✨

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile