सुनले सुनले भोले बाबा तेरी कावड़ लाये है यह भजन भगवान शिव की महिमा और उनके प्रति भक्तों की गहरी श्रद्धा को दर्शाता है। कावड़ यात्रा में शिव भक्त अपनी भक्ति और समर्पण को लेकर हरिद्वार या अन्य शिव धामों की ओर कावड़ लेकर जाते हैं। इस भजन में भक्त शिव जी से अपनी भक्ति की अर्जी लगाते हैं और अपनी कावड़ के माध्यम से उनके दरबार में पहुँचने की उम्मीद करते हैं।
Sunle Sunle Bhole Baba Teri Kawad Laye Hai Bhajan Lyrics
सुनले सुनले भोले बाबा,
तेरी कावड़ लाये है,
कावड़ लाये है,
भावों के प्यारे पुष्प चढ़ाये है,
अब तो झूम ज़रा तू झूम,
हम तो बड़ी दूर से आये है,
सुनले सुनले भोले बाबा,
तेरी कावड़ लाये है,
कावड़ लाये है,
भावों के प्यारे पुष्प चढ़ाये है।।
भी लेना तुझसे लेना,
किसके दर को जायेगे,
किसके दर को जायेगे,
ये भी तय है तेरे दर से,
खाली हाथ ना जायेगे,
खाली हाथ ना जायेगे,
जोगी जाग ज़रा तू जाग,
तेरे दीदार को आये है,
सुनले सुनले भोलें बाबा,
तेरी कावड़ लाये है,
कावड़ लाये है,
भावों के प्यारे पुष्प चढ़ाये है।।
बाजे डमरू तेरा तो,
कावडीये खुश हो जायेगे,
कावडीये खुश हो जायेगे,
दर्शन करके तेरा बाबा,
मन चाहा फल पायेगे,
मन चाहा फल पायेगे,
तेरा गुणगान सुबह और शाम,
यही अब करने आये है,
सुनले सुनले भोलें बाबा,
तेरी कावड़ लाये है,
कावड़ लाये है,
भावों के प्यारे पुष्प चढ़ाये है।।
दर्शन देने जब भी आओ,
मैया को भी लाना है,
मैया को भी लाना है,
कार्तिकेय और गजानन्द,
नंदी को संग में लाना है,
नंदी को संग में लाना है,
‘लहरी’ आना से परिवार तमन्ना,
दिल में लगाए है,
सुनले सुनले भोलें बाबा,
तेरी कावड़ लाये है,
कावड़ लाये है,
भावों के प्यारे पुष्प चढ़ाये है।।
सुनले सुनले भोले बाबा,
तेरी कावड़ लाये है,
कावड़ लाये है,
भावों के प्यारे पुष्प चढ़ाये है,
अब तो झूम ज़रा तू झूम,
हम तो बड़ी दूर से आये है,
सुनले सुनले भोलें बाबा,
तेरी कावड़ लाये है,
कावड़ लाये है,
भावों के प्यारे पुष्प चढ़ाये है।।
“सुनले सुनले भोले बाबा तेरी कावड़ लाये है” जैसे भजन हमें भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और भक्ति का अहसास कराते हैं। शिव जी की महिमा और उनकी कृपा हमें अपने जीवन में शांति और आशीर्वाद देती है। अगर आप इस भजन के माध्यम से शिव जी की कृपा को महसूस कर रहे हैं, तो आप “ॐ नमः शिवाय” या “शिव तांडव स्तोत्र” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी की भक्ति में और गहरे उतरें। शिव जी के भजन हमारे जीवन को शक्ति, शांति और आशीर्वाद से भर देते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile