Shri Shivay Namastubhym
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।
उज्जयिन्यां महाकालमोङ्कारममलेश्वरम्॥
परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशङ्करम्।
सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने॥
वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यम्बकं गौतमीतटे।
हिमालये तु केदारं घुश्मेशं च शिवालये॥
एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः।
सप्तजन्मकृतं पापं स्मरणेन विनश्यति॥
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
आकाशे तारकम लिंगम, पाताले हाटकेश्वरम
मृत्युलोके महाकालं, त्रियलिंगम नमोस्तुते
कर्ता करे न कर सके, शिव करे सो होय
तीन लोक नौ खंड में, महाकाल से बड़ा न कोय
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile