Shivratri Ki Mahima Apar
शिवरात्री की महिमा अपार,
पूजा शिव की करो,
तीनो लोक ही जिसको पूजे,
सच्चे मन से मिलके सारे,
शिव का जाप करो,
शिव का जाप करो,
शिवरात्री की महीमा अपार
पूजा शिव की करो॥
शिव भक्ति से भाग्य का द्वारा,
पल में है खुल जाता,
जन्म जन्म के पाप है धुलते,
जो माँगो मिल जाता,
घट घट की शिव जाने रे,
मुख से कहो ना कहो,
तीनो लोक ही जिसको पूजे,
सच्चे मन से मिलके सारे,
शिव का जाप करो,
शिव का जाप करो,
शिवरात्री की महीमा अपार
पूजा शिव की करो॥
सुखदाता शिव संकट हरता,
शिव भोले भंडारी,
दीनदयाल वो करुणा सागर,
सुनते सदा हमारी,
शिव को बस वो ही पाएँगे,
शिव को ध्याएँगे जो,
तीनो लोक ही जिसको पूजे,
सच्चे मन से मिलके सारे,
शिव का जाप करो,
शिव का जाप करो,
शिवरात्री की महीमा अपार
पूजा शिव की करो॥
शिवरात्री की महिमा अपार,
पूजा शिव की करो,
तीनो लोक ही जिसको पूजे,
सच्चे मन से मिलके सारे,
शिव का जाप करो,
शिव का जाप करो,
शिवरात्री की महीमा अपार
पूजा शिव की करो……..

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile