आज हम जो भजन शिव तुम कितने सुंदर हो पढ़ रहे हैं, वह भगवान शिव के अद्भुत रूप और उनकी सुंदरता का वर्णन करता है। इस भजन में शिवजी की शांति, सुंदरता और उनकी दिव्यता को महसूस किया जा सकता है। भगवान शिव का रूप ना केवल शक्तिशाली है, बल्कि वह भक्तों को अपनी शांत और सौम्यता से भी प्रभावित करते हैं। इस भजन के माध्यम से हम शिवजी के रूप को श्रद्धा और प्रेम से देखते हैं।
Shiv Tum Kitne Sundar Ho Bhajan Lyrics
सोहे हैं गंग की धार,
सर्पो का गले में हार,
तेरा अद्भुत है सिंगार,
शिव तुम कितने सुंदर हो,
तुम कितने सुंदर हो।।
तेरा रूप है अजब निराला,
कहलाये डमरू वाला
कानों में बिच्छुवन माला,
आंखों में तेज मतवाला,
माथे पे सोहे चंदा,
माथे पे सोहे चंदा,
तुझमें ही जगत का सार,
तन पर हो भस्म रमाये,
और बाघम्बर लिपटाये,
ओ नंदी के असवार,
शिव तुम कितने सुंदर हों,
तुम कितने सुंदर हो।।
नही है इस सकल जगत में,
भोले समान कोई दानी,
देवों के देव कहलाये,
जपते इसे योगी ध्यानी,
खुद पीले विष की गगरी,
खुद पीले विष की गगरी,
दुनिया को अमृत धार,
नित भंग धतुरा खाये,
और डमरू जोर बजाए,
भोले की महिमा अपार,
शिव तुम कितने सुंदर हों,
तुम कितने सुंदर हो।।
संकट से सदा उबारे,
जो ध्याये निर्मल मन से,
दर्शन दे भाग्य सँवारे,
काटे क्लेश जन जन के,
जिसने भी जो वर मांगा,
जिसने भी जो वर मांगा
पा जाता वही वरदान,
त्रिपुरारी भोले भंडारी,
करते नंदी की सवारी,
मिल बोलो नमः शिवाय,
शिव तुम कितने सुंदर हों,
तुम कितने सुंदर हो।।
सोहे हैं गंग की धार,
सर्पो का गले में हार,
तेरा अद्भुत है सिंगार,
शिव तुम कितने सुंदर हो,
तुम कितने सुंदर हो।।
“शिव तुम कितने सुंदर हो” भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान शिव का रूप अत्यंत आकर्षक और शांतिपूर्ण है, जो हर भक्त को अपनी ओर खींचता है। जो भी इस भजन को श्रद्धा से पढ़े या नियमित रूप से करे, वह भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद से धन्य होता है। यदि यह भजन आपके हृदय को प्रसन्न करता है, तो “जो उज्जैन की शान है वो बाबा महाकाल है”, “महाकाल से मिलने चला सवारी वाला”, “भोले जी तेरे द्वार का दीवाना” और “शिव शंभू तेरी महिमा न्यारी” जैसे अन्य शिव भजनों को भी पढ़ें। ये भजन आपकी शिव भक्ति को और गहरा और सशक्त बनाएंगे।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile